शिवपुरी। कोरोना की जंग में शिवपुरी की लिए राहत भरी खबर आ रही हैं कि जिले का पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज अब कोरोना से जंग लडकर उसे हराकर घर वापस आ गए हैं।दीपक ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि कोरोना पॉजिटिव होन के बाद में उससे लडने के लिए मानसिक रूप से तैयार हो गया था। मेरी शरीर में पॉजिटिव हुए इस वायरस से मैने अपनी सोच को पॉजिटिव किया और अब में उससे बहार हूं।खुशी है मुझे।
मैकेनिकल इंजीनियर है दुबई में दीपक शर्मा
जिले के पहले कोरोना पॉजीटिव मरीज दीपक शर्मा उम्र 37 साल दुबई से कोरोना के लक्ष्ण लेकर आए थे। दीपक शर्मा दुबई में आधुधाबी में मैकेनिकल इंजीनियर हैं शिवपुरी के कोलारस के मूल निवासी दिपक शर्मा ने गाजियाबाद के कॉलेज से अपनी इंजीनियरिंग की पढाई की इसके बाद अपने देश में ही नौकरी की। अपने दोस्तो की मदद से ईटली की कंपनी में नौकरी लगने के कारण दुबई जाने का अवसर प्राप्त हआ। दीपक शर्मा ने बताया कि सन 2011 से वह विदेश में नौकरी कर रहे हैं।
देश का जिम्मेदार नागरिक हूूंं। लोग सोशल डिस्टेंस तो नही मानसिक डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं। दीपक ने शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने बातचीत करते हुए कहां कि मै देश का जिम्मेदारी नागरिक हूॅ मैं 18 मार्च की रात अपने घर वापस लौटा और सुबह की चाय पीकर में हॉस्पिटल पहुंच गया और अपनी जानकारी दी और बताया कि मुझमें यह लक्ष्ण दिखाई दे रहें। जब से ही मैने अपनी सोसायटी और अपने घर ही सोशल डिस्टेंश करना शुरू कर दिया था।
लेकिन मैने देखा जैसे ही लोगो को जानकारी मिली कि मेरी कोरोना रिर्पोट पॉजीटिव आई हैं तो लोगो ने अपने मुझसे मानसिक डिस्टेंश करना शुरू कर दिया। सोसायटी में कुछ लोगो ने मेरे साथ ऐसा व्यवहार शुरू कर दिया जिसे शब्दो में कहना संभव नही हैं,लेकिन मैने हिम्मत नही हारी और लडता रहा कोरोना से।
यह है कोरोना से पीडित दीपक शर्मा की मेडिकल हिस्ट्री
दुबई से 18 मार्च की रात 9 बजे शिवपुरी लौटे दीपक शर्मा को 21 मार्च को कोरोना के लक्षण आए थे। 24 मार्च को रिपोर्ट में बॉर्डर लाइन कोरोना पॉजीटिव निकला। इसके बाद मुझे जिला अस्पताल के अइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने पर क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया। तीसरे सैंपल की 3 अप्रैल को निगेटिव रिपोर्ट आते ही डॉक्टरों ने 4 अप्रैल को छुट्टी कर दी।शनिवार की शाम डॉक्टरों ने 14 दिन घर में ही रहने की सलाह देकर घर पहुंचा दिया।
थैक्यू डॉक्टर और विशेष थैक्स पैरामेडिकल स्टाफ
कोरोना को हराकर कोरोना फाईटर दीपक शर्मा ने बातचीत में कहा जब भी मुझे निराशा घेर लेत थी तो आईसलोशन वार्ड में तैनात नर्स और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ मुझे हर समय हौसला देता रहता था। वह कहते थे कि लाडो इस कोरोना से हम भी आपके साथ मिलकर लड रहे है।
इसके आलावा मेरा ईलाज करने वाले डॉक्टर को भी धन्यावाद की उनके ईजाज के कारण में सही हुआ,उनके दिशा निर्देशो का पालन किया। वह भी मुझे मानसिक रूप से तैयार करते थे इस कोरोना से लडने के लिए। शुरू—शुरू में वार्ड की व्यवस्थाए सही नही थी,लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने इसमे सुधार किया।
लोगो से अपील और वैरी-वैरी थैक्स शिवपुरी समाचार, अहम हिस्सा रहा
मेरी लोगो से अपील हैं,की लोग इस कोरोना से लडने के लिए इसके बचाव के दिशा निर्देशो का पालन कर। सोशल डिस्टेंस मैंटन का पालन करे,लेकिन लोगो से मानसिक डिस्टेंस का नही। हम सब एक होकर ही इस कोरोना से लड सकते हैं।
आईसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर के एंकात के समय में शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की खबरे ही मुझे बहार की दुनिया से अवगत कराती थी। लगातार कोरोना से संबधित खबरे छाप कर लोगो को जागरूक करने की खबरे आती थी। शहर मेे क्या हुआ इसकी खबरे भी मैं शिवपुरी समाचार डॉट कॉम पर ही पढता था। मैं यहां नही दुबई में प्रतिदिन इस न्यूज पोर्टल की खबरो को पढ कर अपने शहर के हालातो से परिचित होता था। मैं शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की टीम को दिल से धन्यवाद देता हूं। अब यह मेरे जीवन की दिनचर्या का अहम हिस्सा हैं।
