खुला खत: पब्लिक बेचारी नारी की तरह हैं जिसे राम ने वनगमन भेज दिया और युधिष्ठर ने जुएं में दाव पर लगा दिया | Shivpuri News

Bhopal Samachar
खुशबू शिवहरे@ शिवपुरी। प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता हैं। कांग्रेस के नेताओ के सत्ता सिर चढकर बोल रही हैं। चुनाव से पूर्व एक-एक वोट भीख मांगने वाले और जनता के दुख दर्द में हमेशा साथ खडे रहने वाले नेता अपना काम निकलवाने के बाद पब्लिक को नियमो के जाल में उलझते हुए छोड गए। कुछ ऐसा ही मामला पोहरी विधानसभा से सामने आ रहा हैं।

अगर नियमों की बात करें जिले में शासन के नियम नहीं अपितु कांग्रेसी नेताओं के नियम चल रहे है। जिसका जीता जागता उदाहरण पोहरी विधायक के जेसीबी काण्ड में देखने को मिला।
जैसा कि विदित हो की कुछ दिन पूर्व शहर की मीडिया ने शोसल साईट पर एक जेसीबी से अवैध उत्खनन का एक वीडियों बायरल किया था।

इस वीडियों बायरल के बाद तत्काल माईनिंग अधिकारी प्रमोद शर्मा अपनी टीम के साथ ग्राम परीक्षा पहुंचे। जहां पहुंचकर प्रमोद शर्मा ने कार्यवाही करते हुए 1 जेसीबी और एक ट्रेक्टर को जप्त कर लिया।

इस दौरान लगभग 2 दर्जन ट्रेक्टर भाग गए। जो माईनिंग की टीम की पकड में नहीं आ पाए। एक जेसीबी और एक ट्रेक्टर को माईनिंग की टीम ने जप्त कर सिरसौद थाने में रखबा दिया। यहां तक तो सब ठीक था परंतु माईनिंग अधिकारी को यह पता नहीं था कि यह जेसीबी कांग्रेसी विधायक सुरेश राठखेडा के रिश्तेदार की है।

परंतु जेसीबी की जप्ती के बाद विधायक राठखेडा के सुपुत्र जीतू राठखेडा थाने पहुंचे और जमकर हंगामा किया। परंंतु पुलिस ने उक्त कार्यवाही में माईनिंग की बात कहकर अपना पल्ला झाड लिया।

अब उक्त जेसीबी माईनिंग अधिकारी के गले की फांस बन गई। इस जेसीबी को जप्त करने के बाद माईनिंग अधिकारी को पता चला कि यह जेसीबी विधायक के रिश्तेदार की है। विधायक सुरेश राठखेडा सहित उनके सुपुत्र ने इस जेसीबी को लेकर जमकर हंगामा किया। परंतु बात नहीं बनी।

अपने आप को उलझता देख तत्काल माईनिंग अधिकारी ने तत्काल में ही उक्त जेसीबी पर डेढ लाख रूपए के लगभग का जुर्माना बोला। जिसे शिवपुरी कलेक्टर अनुग्रह पी के छुट्टी पर होेने के बाबजूद भी जिला पंचायत सीईओं के पास पेश किया। जहां से तत्काल इसे जुर्माना लेकर छोड दिया गया।

इसमें अलग क्या है
इस मामले में जुर्माना तो नियमानुसार होना ही था। परंतु इस कार्यवाही मे जो सबसे अहम बात है वह यह है कि इस जेसीबी का नाम विधायक से जुडा होने के चलते इस कार्यवाही में पूरा 24 घंटा भी नहीं लगा। यह चालानी कार्यवाही कलेक्टर के छुट्टी पर होने के बाबजूद भी हो गई। क्योकि इस जेसीबी का मामला विधायक से जुडा था। इसी के साथ इस कार्यवाही के दौरान जेसीबी के साथ एक ट्रेक्टर भी माईनिंंग ने जप्त किया था।

यह ट्रेक्टर एक गरीब ओझा परिवार का है। जो लगातार माईनिंग के आगे गिडगिडाता घूम रहा है। परंतु इस पर अभी तक चालान तक नहीं हो सका,और उसका ट्रेक्टर नही छोडा गया। कुल मिलाकर कहने का सीधा सा अर्थ हैं कि इस लोकतंत्र में पब्लिक तो एक नारी की तरह हैं जिसे राम ने वनगमन भेज दिया और युधिष्ठर ने जिसे जुए में दांव पर लगा दिया।