बडी खबर: भूख प्यास से तडप तडप कर 20 गायों की मौत | karera news

Bhopal Samachar

करैरा। देश की राजनीति में गौवंश भी एक मुददा रहा हैं भाजपा ने इस मुददे को भुनाया है तो प्रदेश में वनवास काटकर बनी कांग्रेस सरकार ने भी इस गौंवश को इस सॉफ्ट कॉर्नर को भुनाने का प्रयास किया। कमलनाथ सरकार ने शिवपुरी में 20 गौ शाला खोलने की घोषणा की। वही इसके विपरित एक ग्राम पंचायत की पंचायत भवन में 20 गायों के भूख और प्यास से तडप तडप कर मौत हो जाने की खबर आ रही हैं।

जानकारी के अनुसार करैरा जनपद के ग्राम छितीपुर में कुशाभाऊ ठाकरे पंचायत भवन में करीब 20 गायों को बंद कर दिया। गायों को चारे-पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई। करीब दस से पंद्रह दिनों में गायाें की भूख-प्यास से एक-एक करके मौत होती चली गई। ग्रामीणों गायों की मौत के लिए सरपंच और सचिव को जिम्मेदार ठहराया हैं।

गांव के लोगों ने बताया कि पंचायत भवन की चाबी गांव के सरपंच-सचिव के पास रहती है, फिर पंचायत भवन के अंदर बिना सरपंच सचिव की इजाजत के काैन गोवंश को अंदर कैद कर सकता है। बता दें कि 8 किमी दूर थनरा ग्राम पंचायत में गोशाला मंजूर हुई है।

25 सितंबर को कांग्रेस विधायक जसमंत जाटव ने गोशाला का भूमिपूजन किया था। लेकिन पांच माह में भी गोशाला का काम पूरा नहीं किया जा सका। यदि गोशाला बन चुकी होती तो मरने से पहले उक्त गायों को नई गोशाला में रखकर मरने से बचाया जा सकता था।

गायों की हत्या करने वालों पर मुकदमा दर्ज होगा
छितीपुर गांव में गायों को बांउड्रीवाल में बंद रखकर भूखा-प्यासा रखकर मार डाला है तो यह गाेहत्या का मामला बनता है। मंगलवार को टीम भेजकर गायों की मौत की जानकारी लेंगे। गायों की हत्या करने वालों पर मुकदमा दर्ज होगा। जिले में मंजूर 30 में 5 गोशाला चालू हैं, अन्य लगभग तैयार हैं। सिर्फ थनरा पंचायत की गोशाला का काम सबसे पीछे है। इस बारे में जिपं सीईओ से बात की है।
डॉ. एमसी तमोरी, उप संचालक, पशुपालन विभाग जिला शिवपुरी

ग्रामीणों ने बंद किया, गाेवंश काे चारा-पानी न देने से माैत हुई
छितीपुर ग्रामपंचायत भवन में हमारी कोई गलती नहीं है। ग्रामीणों ने गेट का ताला तोड़कर गोवंश को अंदर बंद कर दिया। बंद करने के बाद उन्हें खाना पीना भी नहीं दिया। इस कारण उनकी मौत हो गई। इसमें हमारी कुछ गलती नहीं है। वेदव्यास, सहायक सचिव, ग्राम पंचायत छितीपुर

मैंने ग्रामीणों को मना किया था कि गोवंश को भवन में बंद मत करना
ग्रामीणों से मैंने मना किया था कि पंचायत भवन में गायों को बंद मत करना। कहा था कि आप रस्सों से आवारा गोवंश को अपने-अपने घर बांध लेना और चारा पानी देते रहना। लेकिन उन्होंने रात में पंचायत भवन का ताला तोड़कर कर गोवंश को बाउंड्रीवाल के भीतर बंद कर दिया। इसमें हमारा कोई कसूर नहीं है। शिमला रामनिवास लोधी, सरपंच ग्राम पंचायत छितीपुर

एक साल बाद भी 30 में से सिर्फ 5 गोशालाएं ही चालू
जिले में वर्ष-2019 में कमलनाथ सरकार ने 30 गोशालाएं मंजूर की थीं। जिसमें से अभी तक सिर्फ 5 निजामपुर, बामौरकला, गूडर, मायापुर और मायापुर में गोशालाओं में पशु रखे जा रहे हैं। अन्य गोशालाएं देरी से बनने की वजह से चालू नहीं हो पाईं हैं। साल 2020 में 100 नई गोशालाएं मंजूर हुईं हैं। हर विस में 20-20 गोशालाएं बनना हैं।