ASP बनकर यह शख्स लगा रहा था पेट्रोल पंप संचालकों को चूना, कंट्रोल रूम से लिए थे थानों के HCM के नंबर

Bhopal Samachar
शिवपुरी। बीते कुछ दिनों से शहर के पेट्रोल पंप संचालको से एएसपी के नाम पर पैसा डलाने बाले एक युवक को कोलारस और तेंदुआ पुलिस ने दबौच लिया है। उक्त आरोपी पुलिस के नाम पर ही शिवपुरी के पेट्रोल पंप संचालकों को चूना लगा रहे थे। जिसके चलते शहर में लगभग 4 लोगों से वह अपने खाते में 50-50 हजार रूपए भी डलबा चुका था। इस आरोपी को पुलिस ने साथी के साथ जन्मदिन पार्टी के नाम पर बुलाया। तब यह पकडा जा सका। उक्त आरोपी को आज न्यायालय में पेश किया। जहां से माननीय न्यायालय ने उक्त आरोपी को 13 जनवरी तक रिमांड पर ले लिया है।

विदित हो कि शिवपुरी जिलेे में ठग गिरोह ने सतनवाड़ा में महावीर फिलिंग स्टेशन, कोलारस में सर्वेश फिलिंग स्टेशन और रिहाना फिलिंग स्टेशन तथा पोहरी में पोहरी फिलिंग स्टेशन को एक साथ निशाना बनाया। ठग ने अपने आप को एडिशनल एसपी बताते हुए संबंधित थाने के पुलिसकर्मियों को आदेश दिया कि वह पेट्रोल पम्प पर जाकर उनके संचालकों से बातचीत कराएं। ठग ने पेट्रोल पंप संचालकों को शिवपुरी का एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह कंवर बताया और कहा कि उनकी पुत्री की 50 हजार रूपए फीस भरी जानी है। इसके लिए मैं सरकारी फंड से 50 हजार रूपए की एनएफटी आपके खाते में करा देता हूं।

जिसके पुलिस के वाहनों के डीजल पेट्रोल के बिल बनवा दीजिए और 50 हजार रूपए एक खाते में जमा करा दीजिए। उक्त खाता नम्बर मेरी पुत्री के किसी दोस्त का है। इसके बाद पेट्रोल पंप संचालकों के मोबाइल पर एनएफटी का मैसेज भी आ गया। जिस पर भरोसा कर पेट्रोल पम्प संचालकों ने कथित एडिशनल एसपी द्वारा बताए गए नम्बर पर उक्त राशि जमा भी करा दी। लेकिन अगले दिन जब वह बैंक पहुंचे तो पता चला कि एनएफटी की राशि खाते में नहीं आई। इसके बाद जब उन्होंने ठग द्वारा बताए गए एडिशनल एसपी के नम्बर पर बात की तो वह बंद मिला।

तत्पश्चात उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह कंवर का मोबाइल नंबर लेकर उनसे बात की तो सारी बात स्पष्ट हो गई। इसके बाद अज्ञात ठग के विरूद्ध भादवि की धारा 420 के तहत मामला दर्ज हो गया। पुलिस सक्रियता से जिस नम्बर पर पैसे जमा कराए गए थे, बैंक से उन नम्बरों में जमा राशि विथ ड्रॉ करने पर रोक लगा दी गई।

इनमें से एक खाते में तो साढ़े 12 लाख रूपए जमा थे और वह किसी बिल्डर का खाता था। मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने कोलारस के एसडीओपी अमरनाथ वर्मा को जांच अधिकारी बनाया और जिनके नेतृत्व में कोलारस टीआई सतीश सिंह चौहान,तेंदुआ थाना प्रभारी अरविंद सिंह चौहान को रेवाडी रवाना किया।

जहां पहुंचकर आरोपीयों ने सबसे पहले तो आरोपी सुमित उर्फ संदीप सिंह यादव उम्र  22 साल निवासी भाडौर थाना रामपुरा जिला रेवाडी का पूरा पता लिया। उसके बाद पुलिस ने आरोपी के मोबाईल नंबर के आधार पर उसके दोस्तों को उठाया। दोस्तो को उठाने के बाद पुलिस ने बडी ही चतुराई से दोस्तों से ही फोन लगाकर जन्मदिन के नाम पर आरोपी को बुलाया। जहां से उसे हिरासत में लेकर शिवपुरी आए।