कोलारस। खबर जिले करैरा थाने से आ रही हैं कि पिछले 35 दिन से घर से एक युवक लापता था उसका शव जंगल में क्षत विक्षत अवस्था में मिला हैंं। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी हैं।
कोलारस के बोलाज जंगल में सोमवार को जब नचिया बाई पत्नी महेंद्र आदिवासी और उसका बेटा मोहर सिंह पुत्र महेंद्र आदिवासी जब लकड़ियां बीनने गए तो वहां उन्होंने एक मानव कंकाल देखा जिसके पहने हुए कपडों की पहचान करते हुए उसे महेंद्र आदिवासी पुत्र सुंदरलाल आदिवासी खिरई घौटारी का बताया। बताया गया था कि नचिया बाई का पति महेन्द्र जो शव के रूप में मिला है वह पिछले 1 माह से गायब था।
पुलिस के मुताबिक शव क्षत विक्षत था तथा 5-6 दिन पहले उसकी मौत होने का अनुमान पुलिस लगा रही है। वहीं परिजन ने बताया कि युवक 35 दिन पहले जंगल गया था और वापस नहीं लौटा था जिसकी सूचना गुमशुदगी की पुलिस मे दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी सतीश चौहान का कहना है कि मृतक संभवत: मानसिक बीमार था इसलिए वह जंगल में रास्ता भटका और ठंड सहन न करने से उसकी मौत हो गई।