पिछोर। खबर जिले के पिछोर अनुविभाग के भौंती के कस्बे से आ रही हैं जहां दो परिवारो के विवाद के चलते भोंती में मंडी नही लग पा रही हैं। इस कारण किसानो को अपनी उपज का सही दाम,मंडी बोर्ड को मंडी टैक्स और सरकार को जीएसटी टैक्स का नुकसान हो रहा है।
सरकारी अफसर हर काम को सरकारी अंदाज में करते हैं चाहे उसका कितना ही नुकसान नही हो रहा हैं। हालाकि टाईम लिमिट की बैठक कलेक्ट्रट में होती हैं,लेकिन इस बैठक मेें लिए गए निर्णय को दिए गई टाईम में टाईम भी एक्सपायर हो जाता हैं।
बताया गया हैं कि भौंती कस्बे में मंडी सचिव हैं कर्मचारी हैं लेकिन मंडी नही हैं,राजस्व विभाग ने मंडी लगाने की जो जगह चिन्हित की थी वह उस पर दो परिवारो का विवाद चल रहा हैं। इस कारण वह मंडी नही लग पा रही हैं। अफसर ना ही उस विर्वाद का निबटा रहे हैं ना ही राजस्व विभाग किसी दूसरे स्थान पर मंडी की जगह निर्धारित कर पा रहा हैं।
भौंती कस्बे में व्यापारी सबसे अधिक मूंगफली की खरीद करते हैं,मूंगफली के दाने का यह सबसे ज्यादा करोबार हैं।फिर इस दाने को चोरी छुपे बिना जीएसटी चुकाए दूसरो राज्यों में दलालों के माध्यम से सप्लाई करवा देते हैं।पिछले दिसंबर महीने में बिना जीएसटी व ई—बे बिल के एक ट्रक को जीएसटी फ्लाइंग टीम ने पकडा था। जिससे मोटा जुर्माना भी लगाया गया। हालांकि इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारी सतर्क हो गए हैं। इसके बाद भी मूंगफली दाने का भ्रारी मात्रा में निर्यात कर रहे हैं।
यदि भौंती में मंडी खुल जाए किसानो को भी राहत मिल जाए और मंडी टैक्स चोरी और जीएसटी की चोरी भी रूक जाए। जिससे किसानो मंडी विभाग और सरकार को फायदा हो जाए। मंडी सचिव गिरवर सिंह यादव का कहना हैं कि उनके द्धारा अस्थाई मंडी लगवाई जा रही हैं,जमीन का विवाद खत्म होने के बाद स्थाई मंडी की व्यवस्था हो जाऐगी।
सरकारी अफसर हर काम को सरकारी अंदाज में करते हैं चाहे उसका कितना ही नुकसान नही हो रहा हैं। हालाकि टाईम लिमिट की बैठक कलेक्ट्रट में होती हैं,लेकिन इस बैठक मेें लिए गए निर्णय को दिए गई टाईम में टाईम भी एक्सपायर हो जाता हैं।
बताया गया हैं कि भौंती कस्बे में मंडी सचिव हैं कर्मचारी हैं लेकिन मंडी नही हैं,राजस्व विभाग ने मंडी लगाने की जो जगह चिन्हित की थी वह उस पर दो परिवारो का विवाद चल रहा हैं। इस कारण वह मंडी नही लग पा रही हैं। अफसर ना ही उस विर्वाद का निबटा रहे हैं ना ही राजस्व विभाग किसी दूसरे स्थान पर मंडी की जगह निर्धारित कर पा रहा हैं।
भौंती कस्बे में व्यापारी सबसे अधिक मूंगफली की खरीद करते हैं,मूंगफली के दाने का यह सबसे ज्यादा करोबार हैं।फिर इस दाने को चोरी छुपे बिना जीएसटी चुकाए दूसरो राज्यों में दलालों के माध्यम से सप्लाई करवा देते हैं।पिछले दिसंबर महीने में बिना जीएसटी व ई—बे बिल के एक ट्रक को जीएसटी फ्लाइंग टीम ने पकडा था। जिससे मोटा जुर्माना भी लगाया गया। हालांकि इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारी सतर्क हो गए हैं। इसके बाद भी मूंगफली दाने का भ्रारी मात्रा में निर्यात कर रहे हैं।
यदि भौंती में मंडी खुल जाए किसानो को भी राहत मिल जाए और मंडी टैक्स चोरी और जीएसटी की चोरी भी रूक जाए। जिससे किसानो मंडी विभाग और सरकार को फायदा हो जाए। मंडी सचिव गिरवर सिंह यादव का कहना हैं कि उनके द्धारा अस्थाई मंडी लगवाई जा रही हैं,जमीन का विवाद खत्म होने के बाद स्थाई मंडी की व्यवस्था हो जाऐगी।