महुअर नदी का अस्तित्व खतरें में, विकास क्रांति के युवाओ ने अस्तित्व बचाने सौंपा ज्ञापन | karera News

Bhopal Samachar
करैरा। जिले के करैरा अनुविभाग में आज विकास क्रांति के सदस्यों ने महुअर नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए एसडीएम को ज्ञापन देकर उक्त जीवनदायनी महुअर नदी को बचाने की गुहार लगाई है। करैरा नगर की विकास क्रांति संस्था के सदस्यों ने करैरा नगर की जीवन दायनी और पेयजल आपूर्ति का एक मात्र स्रोत महुअर नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए एक ज्ञापन करेरा एस डी एम के नाम सोंपा।

ज्ञापन सौंपते हुए विकास क्रांति ने मांग की है कि करैरा नगर जो चालीस हजार से ज्यादा आवादी वाला नगर होकर यहां की निवासियों के पेयजल का एक मात्र स्रोत महुअर नदी को यदि तिसाटा नर्सरी से हनुमान धारा तक अतिक्रमण, कचरे, और इसके किनारों पर अवैध खेती से इसे  मुक्त करा दिया जाए तो यह महुअर नदी करैरा की जीवनदायनी तो है ही यह नगर की सुंदरता, पर्यटन ,और पर्यावर्णदृस्टि से भी यहां के लिए जीवनदायनी साबित हो सकती है।

आज तो महुअर नदी के अस्तित्व का खतरा पैदा होकर नदी को कुछ अतिक्रमणकारियों ने सरकारी जमीनों को बेचते हुए नदी के किनारों को कब्जाकर उनकी बिक्री तक कर डाली है । साथ ही नदी मे गन्दे नालों का पानी डालकर नगर पंचायत खुद नदी को प्रदूषित करे जा रही हैं। नदी के दोनों किनारों पर अवैध खेती हो रही है जिससे नदी आज एक नाले में परिवर्तित हो गई है और यदि अब भी जनता,जनप्रतिनिधि सरकारी अमले नहीं चेते तो वह दिन दूर नहीं जब पेयजल के लिए नगर की जनता करैरा से इस नदी की बिनिस्टी पर आम लोग यहां से पलायन को मजबूर होंगे।

आल विकास क्रांति के सदस्यों ने विनय मिश्र के नेतृत्व में अभय,सत्यवीर, सछम ,शिवम सहित एकदर्जन युवाओं ने मांग की कि महुअर नदी की किनारों का पटवारियों की टीम गटित करके किनारों का सीमांकन कर अवैध निर्माण को हटाया जाए,अवैध हो रही खेती को रोककर अतिक्रमण को हटाएँ, कचरे से नदी को मुक्त कराया जाए, और नदी के किनारों की चौड़ाई बढ़ाकर उसे सवांरा जाए जिससे इस महुअर नदी जीवन धारा को बचाया जा सके, बरना विकास क्रांति 20 दिसम्बर के बाद धरना आंदोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
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