मृत पड़ी सिंध जलावर्धन को सांसे देने वाली खबर: मुख्य पाईप लाईन से सीधे जुडेंगी टंकिया, नपा के पास आया बजट | shivpuri news

Bhopal Samachar

शिवुपरी। शहर की लाईफ लाईन मानी जाने वाली योजना सिंध जलावर्धन योजना में लगातर रूकावटे आ रही हैं। इस योजना में अभी तक 70 करोड रू से उपर खर्च हो चुके हैं। लेकिन काम पूरा नही हुआ हैं। पिछले 1 साल से काम भी बंद है,लेकिन इस योजना को अब सांसे देने वाली खबर आ रही हैं कि जल्द ही शहर के 6 टंकिया सीधे सिंध की लाईन से जुडेंगी। और इसके लिए 9 करोड रूपए का बजट नपा को मिल चुका हैं,हालाकि नपा ने इस काम के लिए 14 करोड रू की मांग की थी। 

नगर पालिका शिवपुरी ने आठ महीने पहले ही 14 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। सरकार काम के एवज में जीएसटी जमा करने के लिए राशि भी नहीं दे रही है। ऐसे में खुद नगर पालिका को 5% जीएसटी जमा करने के लिए व्यवस्था करना पड़ेगी। इसके अलावा शेष 4.80 लाख रुपए की जरूरत और होगी। यदि यह रकम वक्त पर नहीं मिली तो फिर काम अटक सकता है।

शहर की छह और टंकियां सप्लाई लाइन से जोड़ने के लिए 9.20 करोड़ रुपए मिलने के बाद नगर पालिका अधिकारी अगले सप्ताह से काम शुरू कराने की बात कह रहे हैं।
सीएमओ ने कहा- सभी टंकियां जुड़ने के बाद दो मोटरें चलाकर मुख्य पाइप लाइन के प्रेशर की करेंगे जांच

शेष छह टंकियां जुड़ने के बाद मोटरें एक साथ चलाकर प्रेशर होगा चेक
सीएमओ का कहना है कि शेष छह टंकियां भी जुड़ जाने के बाद दो मोटरें एक साथ चलाकर मुख्य पाइप लाइन के प्रेशर की जांच की जाएगी। यदि पाइप लाइन सफल रहती है तो शहर में पानी सप्लाई की कोई समस्या नहीं आएगी। यदि पाइप लाइन फूटती है तो पाइप बदलवाना पड़ेंगे। सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव की तुलना में कम राशि देने के मामले में सीएमओ का कहना है कि फिर से प्रस्ताव बनाकर शेष राशि भी मांगी जाएगी।

शेष रकम के लिए विभाग को लिखेंगे पत्र
शासन से 9.20 करोड़ रुपए मिल गए हैं। अब जीएसटी जमा करने के लिए अलग से व्यवस्था करेंगे। शेष रकम के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को फिर से पत्र लिखेंगे। उससे पहले छह टंकियाें को जुड़वाएंगें। फिर दो मोटरें भी चलाएंगे, जिससे पता चल जाएगा कि मुख्य पाइप लाइन प्रेशर झेल पा रही है या नहीं।
-केके पटेरिया, सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी

33 केवी स्थायी कनेक्शन भी जल्द जुड़ेगा, दो मोटरें चलेंगी
फिल्टर प्लांट और इंटेकवेल की मोटरें ग्रामीण बिजली सप्लाई लाइन से लिए गए अस्थायी कनेक्शन से चल रही हैं। इसमें वॉल्टेज समस्या की वजह से एक ही मोटर चल पाती है। 33 केवी स्थायी कनेक्शन के काम में ठेकेदार ने जानबूझकर कमियां छोड़ी हैं जो सात दिन में पूरी हो जाएंगी। स्थायी कनेक्शन जुड़ने से दो मोटरें आसानी से चल सकेंगी।

जलावर्धन योजना के कामों की भोपाल स्तर से जांच कराएंगे
सिंध जलावर्धन के काम के बदले दोशियान कंपनी 58 करोड़ रुपए नगर पालिका से वसूल चुकी है जबकि इतने बजट में योजना पूरी होना थी। गलत पाइप लाइन बिछाने व अन्य खामियों से योजना अधूरी है। नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने जांच कराने सीएमओ को पत्र लिखा है। सीएमओ पटेरिया का कहना है कि मामले की जांच भोपाल स्तर से कराएंगे। इसमें जो भी तथ्य समाने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी।

इधर मंत्री जयवर्धन सिंह शिवपुरी आए
भ्रष्टाचार पर बोले- आप हमें सबूत भिजवाएं, हम जांच कराएंगे
नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह शहर की बैंक कॉलोनी में कांग्रेस नेता अजीत भदौरिया के घर सांत्वना भेंट करने पहुंचे। यहीं सीएमओ केके पटेरिया को बुलवाया और सिंध जलावर्धन योजना के काम की जानकारी ली। कांग्रेस नेताओं ने भी कहा कि सिंध जलावर्धन योजना पर दोगुना बजट खर्च होने के बाद भी जनता को पानी नहीं मिल पा रहा है। मंत्री ने गर्मियों तक घर-घर पानी पहुंचाने के लिए कहा।

योजना में हुए भ्रष्टाचार के सवाल पर मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि सीएमओ से इस बारे में बात हो गई है। जो सबूत हैं, मेरे पास भिजवाइए, हम जांच कराएंगे।




G-W2F7VGPV5M