रक्तदाता:सोशल मीडिया का जान बचाने वाला उपयोग, 500 से अधिक रक्त दाताओ को जोडा

Bhopal Samachar
शिवपुरी। यहां एक ओर सुप्रीम कोर्ट में बैठे न्यायाधीशों ने सोशल मीडिया के बढ़ते दुष्प्रभावों को लेकर चिंता जताई है। वहीं दूसरी ओर मप्र के शिवपुरी के युवाओं ने उसी सोशल मीडिया का पॉजीटिव उपयोग कर समाज में एक अच्छा उदाहरण पेश किया है।

सोशल मीडियो के पॉजीटिव उपयोग के जरिए शिवपुरी के युवाओं ने ब्लड की कमी से जूझने वाले जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की मदद की है और आज इन युवाओं की पहल के कारण इस सरकारी अस्पताल में ब्लड बैंक में रक्त की कमी नहीं है। इसके अलावा 500 से ज्यादा रक्तदाताओं का एक समूह भी बन गया है। जो समय-समय पर बीमार व गंभीर मरीजों के लिए निशुल्क रक्तदान करते हैं।

व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर 500 डोनर जोड़े-

शिवपुरी की मंगलम स्वयंसेवी संस्था के युवाओं का एक ग्रुप रक्तदान को बढ़ावा देने और रक्त की कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस स्वयंसेवी संस्था के युवाओं ने जिला चिकित्सालय में रक्त की कमी को देखते हुए रक्तदाताओं का एक ग्रुप बनाया है और इसे सोशल मीडिया से जोड़ा।

यानि रक्तदाताओं को एक व्हाट्सअप ग्रुप से जोड़कर इन रक्तदाताओं की एक टीम बनाई गई। आज इन रक्तदाताओं की टीम के कारण ही शिवपुरी में ब्लड की कमी नहीं है और जरूररमंद और बीमार लोगों को समय पर ब्लड मिल रहा है।

इतना ही नहीं इस रक्तदान करने वाले व्हाट्सअप ग्रुप में 500 से ज्यादा डोनर जुड़े हुए हैं जो समय-समय पर रक्तदान करते हैं। इस संस्था के गु्रप ने बीमार मरीजों व जरूरतमंदों को शिवपुरी ही नहीं अपितु ग्वालियर, दिल्ली, कोटा तक भी अपने रक्तदाता भेजकर निशुल्क रूप से आवश्यकता पड़ने पर ब्लड दिया है।

इसके अलावा कुपोषण प्रभावित शिवपुरी जिले में आदिवासी कुपोषित बच्चे जो पोषण पुर्नवास केंद्र (एनआरसी) में भर्ती किए जाते हैं इन बच्चों को भी ब्लड दिया है। कुल मिलाकर इस ग्रुप के बनने से अब जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में रक्त की कमी नहीं रहती है यदि कोई ब्लड ग्रुप का रक्त नहीं भी होता है तो इस ग्रुप के टीम मेंबर को कॉल कर बुला लिया जाता है जो रक्तदान करता है।

एक समाजसेवी अमित की पहल रंग लाई-

इस ग्रुप के गठन में महत्वपूण भूमिका निभाने वाले और संचालनकर्ता अमित खंडेलवाल ने बताया कि शिवपुरी के जिला चिकित्सालय में पहले रक्त की बहुत कमी रहती थी। लोग रक्तदान करने से भी कतराते थे। इसी बात को ध्यान में रख हमारी टीम ने सोशल मीडिया का पॉजिटिव फायदा उठाया है और रक्तदाताओं का एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया।

इस व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से हम लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करते हैं और इस ग्रुप में आज 500 से 800 लोगों तीन से चार अलग-अलग ग्रुप के माध्यम से जुड़े हैं। हमारी टीम के मेंबर शिवपुरी ही नहीं अपितु आसपास के इलाके में भी बीमार मरीज व जरूरतमंद को ब्लड देने के लिए आगे आते हैं।

सबको जोड़ते गए और कारवां बनता गया-

मंगलम संस्था से जुड़े समाजसेवी हरिओम अग्रवाल ने बताया कि यहां पर रक्त की कमी को देखते हुए एकदिन प्लान बना कि एक ग्रुप बनाया जाए। इसके बाद लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया और लोगों के मन में रक्तदान को लेकर जो भ्रांतियां थीं उन्हें दूर किया। आज स्थिति यह है कि लोग प्रेरित होकर रक्तदान करने के लिए आगे आ रहे हैं।

बैभव कवीर ने बताया कि हमारी टीम का हर सदस्य आगे बढ़कर काम कर रहा है। एक रक्तदाता मोहित गुप्ता ने बताया कि वह इस ग्रुप के टीम मेंबर की प्रेरणा से ही हर तीन से चार माह में एक बार रक्तदान करने आते हैं और इससे बीमार मरीज व जरूरंतमंद की मदद होती है।

अब अस्पताल में नहीं रहती ब्लड की कमी-

शिवपुरी जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ अनुराग तिवारी ने बताया कि वह हमारे चिकित्सालय में एक समय ब्लड की भारी कमी रहती थी लेकिन इस मंगलम ग्रुप के माध्यम से अब आज की तारीख में सभी ब्लड ग्रुप का रक्त उपलब्ध है। इसके अलावा इस संस्था के लोग लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं यह सबसे अच्छी बात है।

उन्होंने बताया कि जब भी हमें किसी बीमार मरीज व जरूरतमंद के लिए ब्लड की जरूरत होती है  तो यह ग्रुप रक्तदाता को प्रेरित करते हैं और रक्तदान के लिए आगे लाते हैं। इतना ही नहीं यहां पर इस ग्रुप ने कई रक्तदान शिविर भी लगवाएं हैं। 
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