शिवपुरी। करैरा विधानसभा क्षेत्र से 1977 के विधानसभा चुनाव में विजयी हुईं सुषमा सिंह का कल रात भोपाल में निधन हो गया। उनकी उम्र 87 वर्ष की थी और वह कई दिनों से बीमार चल रही थीं। उनका अंतिम संस्कार आज भोपाल में विवेकानंद नीडम के पास मुक्तिधाम में किया जाएगा।
सुषमा सिंह स्व. राजमाता विजयाराजे सिंधिया की बहन थी और वह 1977 में जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में करैरा विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुई थीं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह रावत को 13 हजार 752 मतों से पराजित किया था। उनके निधन पर अनेक गणमान्य नागरिकों और समाजसेवियों ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।
शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में समाजसेवी डॉ. रामकुमार शिवहरे, समाजसेवी महेंद्र गोयल, ललितमोहन गोयल, तनुज गोयल, पूर्व विधायक माखनलाल राठौर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष तेजमल सांखला, भाजपा नगर महामंत्री हरिओम राठौर, अभिषेक शर्मा बट्टे, प्रहलाद भारती, राजू बाथम, अजय खेमरिया आदि शामिल हैं।
सुषमा सिंह भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रही थीं। वह जनता पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष, करैरा से विधायक, एएमआई शिशु मंदिर की प्राचार्य भी रह चुकी थी। वह एक संगीतज्ञ और शिक्षाविद् के तौर पर पहचानी जाती है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर उनके सहपाठी थे। उनके पति स्व. धर्मेंद्र बहादुर सिंह एमआईटीएस के सचिव रहे हैं।
28 अगस्त 1932 को उरई उत्तरप्रदेश में जन्मी सुषमा सिंह ने सिंधिया स्कूल फोर्ट में भी तीन वर्ष तक अध्यापन कार्य किया है। संगीत में उनकी गहन दिलचस्पी थी। इसके चलते उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो से गायन में ए ग्रेड कलाकार की दक्षता प्राप्त की थी। उनकी दो बेटे अनुराग सिंह और विवेक सिंह है।