अब नपा का डीजल घोटाला चर्चा में, गाड़ियों मीटर खराब,नहीं लिखी जाती रीडिंग | Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। भ्रष्टाचार के लिए चर्चित कहीं जाने वाली शिवपुरी नगर पालिका में इन दिनों डीजल घोटाला निकल कर सामने आया हैं। हमेशा से घोटाले दर घोटाले की जद में आने वाली शिवपुरी नगर पालिका में एक नया डीज़ल घोटाला भी सामने आया हैं।

इस ओर किसी का भी कोई ध्यान नहीं हैं क्योंकि इन दिनों प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस घोटाले में जमकर शासकीय वाहनों के साथ-साथ ट्रेक्टर में डीजल डलाने के नाम पर लाखों रूपए के बारे न्यारे कर डाले हैं। इसकी जानकारी नगर पालिका के वरिष्ठ अधिकारियों को होने के बाद भी इसकी विधिवत जांच कराई जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी सामने हो जाएगा। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिवपुरी नगर पालिका अपने वर्तमान गठन के बाद से ही विवादों में घिरी  चली आ रही हैं ,एक के बाद एक घोटालों ने नपा की छबि धूमिल की है। अभी जब पड़ताल की तो नगरपालिका में डीजल घोटाला भी सामने आया है, जहाँ  प्रत्येक दिन हजारों रुपये का डीजल कागजों में खर्च किया जा रहा हैं वहीं इस आकड़ा यदि उठाया जाए तो महिने भर में लाखों  रूपए का डीजल वाहनों में खर्च कर दिया जाता इस ओर किसी का भी कोई ध्यान नहीं हें। 

जबकि इन दिनों में नपा में बजट का अभाव होने के कारण कई मूलभूत कार्य भी रूक गए हैं। ऐसी स्थिति में डीजल पर लाखों रूपए का बजट खर्च किया जा रहा हैं। यदि गौर करने वाली बात तो यह है कि नगर पालिका में प्रतिदिन गाडिय़ों में डलने वाले डीज़ल की जानकारी रखने वाला कर्मचारी भी कोई नहीं है नगर पालिका से किसी जिम्मेदार अधिकारी का आदेश हुआ कि अमुक कार्य के लिए अमुक स्थान पर चले जाओ उसकी पर्ची बनवाई डीज़ल डलवाया काम किया और वापिसी भी हो गयी पर उस काम मे डीज़ल कितना खर्च हुआ इसकी जानकारी लेने वाला कोई नही है। 

महत्वपूर्ण विषय यह है कि शासकीय टैंकर दिन में कितने चक्कर लगा रहे हैं और इन पर कितना डीजल व्यय किया जा रहा हैं। वहीं हिटैची कहां पर चल रही हैं और कितने घंटे चली हैं। वहीं नपा के डम्फर कहां चल रहे हैं साथ ही अधिकारियों की गाड़ी पर कितना डीजल खर्च किया जा रहा हैं। इसी बारीकी से जांच की जाए तो कई पहलू सामने निकलकर आयेंगे। क्योंकि फर्जी तरीके से इन वाहनों की लॉगबुक भरी जा रही हैं। 

जिसकी कोई भी जांच नहीं की जा रही हैं और अधिकारियों की स्वयं डीजल खर्ची होने के कारण इस पर किसी का कोई ध्यान नहीं है। या नही होने वाले मनगढंत कार्यो को फर्जी तरीके से दर्शा कर हजारों रुपये की डीज़ल चोरी नगर पालिका शिबपुरी में जारी है।

जिन लोग बुक में मीटर रीडिंग लिखी गयी है सभी गलत है गाडिय़ों के मीटर खराब दर्शा का मनमाफीक डीज़ल दर्शाया जा रहा मीटरों को सुधारने की चिंता कोई इस लिए नही करता क्योंकि इससे ही डीज़ल चोरी प्रतिदिन किया जा रहा है।फर्जी कार्यो में डीज़ल दर्शा कर बडा फर्जी बाड़ा किया जा रहा है।जो करोड़ो रूपये साल का है वर्षो से चल रहा है। इस तरफ ध्यान देना वाला कोई नही है और ध्यान देने वाले स्वयम इस चोरी को कराकर शामिल इस घोटाले में है।

नपा की शासकीय गाडिय़ों में लगाया जाए जीपीएस सिस्टम
नगर पालिका में चलने वाले शासकीय टैंकर,हितेची, डंपर, अधिकारियों की गाड़ी आदि में जी पी एस सिस्टम किसी मे भी नही है जब निजी टेंकरो की शिकायत हुई तब उनमें जी पी एस सिस्टम सभी मे लगा दिए गए परन्तु शासकीय वाहनों में नगर पालिका के जानबूझकर जी पी एस नही लगाया जाना डीज़ल घोटाले को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। 

अधिकारियों की गाडी में मनमर्जी से डलने वाला डीज़ल कितना और कैसे डल रहा है ये पूछने की गुस्ताखी कोई नही कर सकता,अधिकारी सभी पर हावी है और कई बड़े अधिकारी डीज़ल घोटाले के दोषी है,जिनकी गाडी में प्रतिदिन हजारों रुपये का डीज़ल खर्च होता है और उसकी कोई लोग बुक नही भरी जाती है।
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