शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में पिछले एक माह से चल रहा विवाद प्रति दिन नया रूप ले रहा है। 3 दिन पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से पार्षदों व नपाध्यक्ष के मिलने के बाद भी मामले का हल नहीं निकला। बल्कि मंत्री से मिलकर लौटते समय मारपीट की घटना पार्षद के भाई के साथ हो गई थी। असंतुष्ट पार्षदों को मनाने के लिए पार्टी स्तर से एक बार फिर जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भाजपा जिला अध्यक्ष जसमंत जाटव के साथ मिलकर गुरुवार की रात कलेक्टर कार्यालय में पार्षदों के साथ बैठक कर हर मुद्दे पर चर्चा की और कुछ बिंदुओं पर सहमति भी बनी, लेकिन कोई स्थाई हल नहीं निकला।
बैठक खत्म होने के बाद जब पार्षद कलेक्टर सभाकक्ष से बाहर निकले तो आक्रोश की स्थिति में नजर आए।बैठक में पार्षदों को नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ भी मुद्दे बताने थे और बैठक में अध्यक्ष गायत्री शर्मा खुद मौजूद थी। इस कारण से कई बातों पर खुलकर बात नहीं हो पाई। पार्षदों से प्रभारी मंत्री तोमर ने उनके वार्ड की समस्याओं से लेकर, अध्यक्ष व ठेकेदारों को लेकर जो परेशानी थी, उस बारे में विस्तृत जानकारी ली।
पार्षदों ने भी अपने-अपने वार्डों में हुए विकास कार्यों व जो नहीं हुए उनके बारे में बताया। नगर पालिका सीएमओ इंशाक धाकड़ भी बैठक में थे और वे अपने साथ हर वार्ड का पूरा ब्यौरा लेकर आए थे कि किस वार्ड में कितने काम स्वीकृत हुए हैं और कितने हो चुके तथा कितने लंबित हैं। वार्डों में पर्याप्त लाइट नगर पालिका में हर काम एक या दो ही ठेकेदारों को देना, उसमें भी संबंधित ठेकेदार द्वारा समय पर काम नहीं करना जैसी तें प्रभारी मंत्री तोमर के सामने आईं।
मूलभूत सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराएं
बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री तोमर ने नगर पालिका सीएमओ इंशाक धाकड़ व अध्यक्ष गायत्री शर्मा को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए कि शहर के किसी भी वार्ड में मूलभूत सुविधाओं जैसे स्ट्रीट लाइटें, पेयजल, सड़क इनका विशेष ध्यान रखना है। शहर का कोई भी व्यक्ति इन मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान न हो। साथ ही विकास कार्यों की जितनी भी फाइल है, वह नगर पालिका में संबंधित शाखा में ही होना चाहिए, किसी भी रूप में यह फाइल अध्यक्ष या किसी वार्ड पार्षद के घर नहीं जाना चाहिए।
सबको साथ लेकर कार्य करने पर ही शहर का विकास संभव
प्रभारी मंत्री ने अध्यक्ष गायत्री शर्मा से कहा कि आपको सभी वार्डों को साथ लेकर काम करना है। किसी भी वार्ड में कम या ज्यादा काम होने जैसी स्थिति न बने। सभी पार्षदों को जब साथ लेकर काम करोगी, तभी शहर विकास संभव है। इस पर अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने बताया कि हम तो सभी वार्डों में काम करवा रहे हैं। बैठक में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के निज सचिव पुरुषोत्तम पाराशर व सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी किशन मुदगल भी मौजूद रहे। अब यह लोग किस हैसियत से बैठक में थे, इसको लेक पार्षद खुद चर्चा करते दिखाई दिए। बैठक में पार्षद पतियों का बाहर रखा गया और जो महिला पार्षद थीं, उनसे ही चर्चा की गई।
खुद दें देगे इस्तीफा...
बैठक में जब पार्षद गौरव सिंघल, राजू गुर्जर, नीलम बघेल, ताराचंद राठौर आदि ने विरोध दर्ज कराया तो जिलाध्यक्ष उन्हें पार्टी से निकालने की बात कही। इस पर पार्षदों ने जिलाध्यक्ष से कहा कि हमसे पार्टी है, पार्टी से हम नहीं। हम खुद इस्तीफा दे देंगे। बाद में प्रभारी मंत्री तोमर ने पार्षदों से कहा कि यह बात सही है कि कार्यकर्ताओं से ही पार्टी होती है. लेकिन पार्टी से बड़ा हम या आपमें से कोई नहीं है। यह बोलकर मंत्री ने जिलाध्यक्ष व पार्षदों को शांत कराया।
यह बोले सीएमओ
बैठक में प्रभारी मंत्री ने साफ निर्देश दिए कि शहर के हर वार्ड में मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जाए। विकास कार्यों से जुड़ी फाइल केवल नगर पालिका में रहना चाहिए। इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। बाकी और इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं बता सकता।