भोपाल। शिवपुरी-श्योपुर सीमा पर स्थित कूनो नेशनल पार्क से फिर मादा चीता की फैमिली कूनो के जंगल से बाहर निकल गई है। ज्वाला के साथ उसके तीन शावक है औ वर्तमान समय में वह श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा के पिपरवास व खाड़ी के जंगल में ट्रेस हुए। अभी ये कूनो वन मंडल और सामान्य वनमंडल के बॉर्डर के आसपास ही है, लेकिन बीते 2 दिनों से पिपरवास और खाड़ी के जंगल में ही घूमते दिखे हैं।
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने 21 फरवरी 2025 में मादा चीता ज्वाला और उसके 4 शावकों को खजूरी क्षेत्र के खुले जंगल में रिलीज किया था। मादा चीता ज्वाला अपने 4 शावकों को लेकर मार्च माह में कूनो की सीमा क्रॉस कर गई थी। ज्वाला की फैमिली वीरपुर तहसील के ग्राम श्यामपुर के निर्माणाधीन श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज रेल ट्रैक के पास पहुच गए थे।
चीतों ने गाय पर झपट्टा मारा तो ग्रामीणों ने पत्थर मारे
ये पांचों चीते कूनो सायफन के पास से होते हुए कूनो नदी में पहुंचे। वे निर्माणाधीन रेलवे पुल के नीचे काफी देर तक बैठे रहे। इस दौरान कूनो सायफन से गुजरने वाले राहगीरों की भीड़ चीतों को देखने के लिए जमा हो गई।
मादा चीता और शावक एक-एक कर रास्ता पार कर रहे थे, तभी उन्होंने गाय पर झपट्टा मारा। मादा चीता और शावकों को भगाने के लिए ग्रामीण लाठी लेकर दौड़े और पत्थर मारना शुरू कर दिए। चीता ज्वाला काफी देर तक गाय का गला पकड़े रही। जैसे ही उसे पत्थर लगा उसने गाय को छोड़ दिया और शावकों के साथ भाग निकली,उसके कुछ दिन बाद स्वत:ही यह चीतों की फैमिली कूनो के जंगल में वापस पहुंच गई थी।
10 मई का फिर ज्वाला अपनी फैमिली को लेकर हुई थी फरार
10 मई को फिर ज्वाला अपनी फैमिली को लेकर कूनो के जंगल से फरार हो गई थी,यह फैमिली 11 मई को सुबह मादा चीता ज्वाला अपने तीन शावकों के साथ वीरपुर क्षेत्र के सीखेड़ा और मुंडापुरा गांवों के पास पहुंच गई है। उसने अपनी और शावकों की भूख मिटाने के लिए गाय का शिकार भी किया है। चीता फैमिली जब वीरपुर थाने के पास वाली पुलिया पार कर रही थी उस दौरान एक बाइक सवार डर के मारे भागता नजर आया। कूनो नेशनल पार्क की टीम चीता फैमिली के मूवमेंट पर नजर रखे हुए थी।
अब फिर तफरी करने निकला मादा चीता का परिवार
मादा चीता ज्वाला की फैमिली इस बार वीरपुर क्षेत्र को छोडकर विजयपुर के क्षेत्र में तफरी करने निकली है। फिलहाल ये कूनो वन मंडल और सामान्य वन मंडल के बॉर्डर के आसपास ही है, लेकिन बीते 2 दिनों से पिपरवास और खाड़ी के जंगल में ही घूमते दिखे हैं। इस बार मादा चीता ज्वाला और उसके 3 शावकों ने कूनो की सीमा लांघी और विजयपुर क्षेत्र के पिपरवास व खाड़ी के जंगल में ट्रेस हुए। हालांकि चीतों की सुरक्षा की दृष्टि से कूनो ट्रेकिंग टीम उनके पीछे है, रविवार को तो कुछ ग्रामीणों ने चीतों का वीडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल किया।
शनिवार को ज्वाला फैमिली खाड़ी गांव के निकट देखी गई। वहीं रविवार की सुबह सात बजे पिपरवास सहराने के पास खेतों में घूमती हुई नजर आई, जिसका ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया है। पिपरवास सहराने के ग्रामीणों के अनुसार ज्वाला चीता अपने शावकों के साथ खाड़ी तरफ जंगल से आकर पिपरवास सहराने के खेतों से होते हुए बेरई हनुमान मंदिर से धामिनी गांव की तरफ जाते हुए दिखाई दिए। इस दौरान पिपरवास सहराने के पास एक बछड़े का भी शिकार शावकों ने किया है। सूचना मिलते ही विजयपुर पश्चिम रेंज की वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
इस क्षेत्र में तेंदुए का आतंक पहले से है, ऊपर से अब चीते और दिखने से ग्रामीणों में भय का माहौल है। हालांकि वन विभाग। टीम ग्रामीणों को जागरूक कर रही है कि चीते इंसानों पर ह नहीं करते, लेकिन फिर भी ग्रामीण भयभीत हैं और कहना है कि इस डर से बीते 2 दिनों से खेतों पर भी नहीं जा रहे हैं।
इनका कहना है।
हमें सूचना मिली तो हमारी टीमों को उस क्षेत्र में भेजा गया है। साथ ही ग्रामीणों में भय का माहौल नहीं बने इसके लिए उन्हें भी जागरूक किया जा रहा है।
पवन जगनेरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी, सामान्य वनमंडल रेंज विजयपुर