शिवपुरी। दिव्यांग कोटे से सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले 2 दिव्यांग शिक्षक दिव्यांगता के मेडिकल टेस्ट में फैल हो गए। उनकी दिव्यांगता तय मानक से 40 प्रतिशत से भी कम पाई गई है। मेडिकल बोर्ड की जांच में यह हकीकत सामने आई। दरअसल, दिव्यांग कोटे के 31 शिक्षकों को उनकी दिव्यांगता की मेडिकल जांच के लिए नोटिस जारी किए गए थे। इनमें से 6 दिव्यांग शिक्षक पहुंचे ही नहीं। बाकी 25 शिक्षकों में से अस्थि दिव्यांगता के शिकार 2 शिक्षक अपात्र मिले। अब इनकी नौकरी खतरे में आ गई है।
शिक्षा विभाग में 1998 से पदस्थ दिव्यांग शिक्षकों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई तो विभाग उपलब्ध नहीं करा सका। यह बात जब कलेक्टर रखेंद्र कुमार चौधरी तक पहुंची तो उन्होंने इसका सारा रिकॉर्ड देने के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिए। संकुल स्तर से जानकारी एकत्र कर दिव्यांग कोटे वाले 134 शिक्षकों की सूची बनाई। इस सूची में शामिल शिक्षकों में से 31 दिव्यांग शिक्षक साल 1998 से पदस्थ हैं। इनका मेडिकल बोर्ड से परीक्षण कराया गया तो 25 दिव्यांग शिक्षक हो जांच के लिए उपस्थित हुए। इनमें से 2 शिक्षक ब्रजभान सिंह राजपूत और अरविंद भार्गव अपात्र पाए गए। मेडिकल बोर्ड ने मंगलवार को इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंप दी है। अब डीईओ आगे की कार्रवाई करेंगे।
यह दो शिक्षक जांच में अपात्र पाए गए
1. प्रावि. गोपालपुर में पदस्थ ब्रजभान सिंह राजपूत उम्र 57 साल साल की नियुक्ति शिक्षाकर्मी वर्ग-3 में जनपद नरवर में दिव्यांग कोटे से 28 जुलाई 1998 को हुई थी। 11 सितंबर 1996 को बना इनके अस्थि दिव्यांगता प्रमाग पत्र में यह 40% दिव्यांग बताए गए हैं। मेडिकल बोर्ड ने इन्हें अपात्र माना।
2. प्राथमिक विद्यालय तिमावनी में पदस्थ अरविंद भार्गव उम्र 45 साल की नियुक्ति संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 में जनपद पोहरी में दिव्यांग कोटे से 16 अक्टूबर 2006 को हुई। 6 जुलाई 2005 को अस्थि दिव्यांगता प्रमाण पत्र इन्होंने 40 फीसदी का लगाया। मेडिकल बोर्ड ने इन्हें अपात्र माना।
यह 6 दिव्यांग शिक्षक नहीं पहुंचे
मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार 25 शिक्षकों की जांच में 18 अस्थि बाधित, 4 दृष्टिबाधित और 1 बहु विकलांग श्रेणी में शामिल है। बाकी 6 दिव्यांग शिक्षक बोर्ड के समक्ष जांच के लिए उपस्थित ही नहीं हुए। इनमें दुर्गेश दीक्षित, प्रताप सिंह धाकड़, रोशनलाल जाटव, नासिर खान, कमल वंशकार और पंकज शर्मा शामिल हैं। इधर डीईओ समर सिंह राठौड़ का कहना है कि अपात्रों पर कार्रवाई होगी। जो नहीं पहुंचे उन्हें नोटिस देंगे।