शिवुपरी। शहर विकास की योजना तैयार करने के लिए नगर पालिका द्वारा 11 मार्च को साधारण सभा की बैठक का आयोजन होने जा रहा है। इस बैठक में परिषद विकास शुल्क के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाह रही है, ताकि नगर पालिका की आय में बढ़ोत्तरी हो सके और जनता को बस्तियों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें। इस विषय पर नवंबर-2024 में आयोजित हुई बैठक में भी चर्चा की गई थी।
अब नगर पालिका ने सर्वे कर कोर्ट रोड, फतेहपुर, ठकुरपुरा, पुरानी शिवपुरी क्षेत्र में ऐसी लगभग 55 पुरानी कालोनियां और बस्तियां चिह्नित की है, जिनमें विकास शुल्क की दर तय करने का प्रस्ताव रखा जाएगा। यहां बताना होगा कि नवंबर में विकास शुल्क की दर 14 रुपये तय की गई की गई थी, जिस पर कई पार्षदों ने अपना विरोध दर्ज करवाया था।
क्योंकि कई बस्तियो में गरीब मध्यम वर्ग के लोग रहते हैं जो, इतनी दर से शुल्क चुका पाने में अक्षम हैं। अब देखना होगा कि इस बैठक में किस क्षेत्र में किस दर से विकास शुल्क तय किया जाएगा। विकास शुल्क चुकाने के उपरांत अवैध कालोनियों को वैध कालोनियों के समकक्ष लाने का प्रयास होगा। इसके अलावा शहर में नपा के स्वामित्व की दुकानों के सामने अतिक्रमण कर दुकानदारों द्वारा दुकान का जो स्वरूप परिवर्तित किया गया है, उस अतिक्रमण को तोड़ने के लिए पार्षदों की सहमति भी इस परिषद में मांगी जाएगी।
शहर में लगेंगी महापुरुषों की प्रतिमा
नगर पालिका की साधारण सभा की इस बैठक में विभिन्न पार्कों एवं सार्वजनिक स्थानों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं लगाने के संबंध में विचार व निर्णय के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा। हालांकि परिषद में इस बिंदु पर हंगामा होने की स्थिति बन सकती है। कुछ पार्षदों ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया कि जिस नगर पालिका के पास जनता की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए पैसा नहीं है। वह नगर पालिका शहर में करोड़ों रुपये खर्च करके महापुरुषों की मूर्तियां स्थापित कर आखिर कौन सा विकास करना चाह रही है।
शहर के चारों सीमाओं पर प्रवेश द्वार
शहर की चारों सीमाओं पर प्रवेश द्वारों पर चर्चा शहर को चारों सीमाओं पर प्रवेश द्वार बनाए जाने के संबंध में भी नगर पालिका परिषद एक बार फिर से विचार करेगी। अगर नपा के पार्षद सहमत होते हैं तो चारों सीमाओं पर बड़े-बड़े प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। हालांकि इससे पूर्व की परिषदों में भी इस विषय पर पूर्व के पार्षदों द्वारा चर्चा की गई थी। एक पूर्व पार्षद का कहना है कि रिशिका अनुराग अष्ठाना के समय में भी सहमती बन गई थी, परंतु पैसे की कमी के चलते यह प्रवेश द्वार नहीं बन पाए थे।
इन बिंदुओं पर भी होगी चर्चा
1. वर्ष 2025-26 का वार्षिक बजट अनुमोदन के लिए विचार एवं निर्णय।
2. नपा क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर नवीन दुकानों का निर्माण कार्य की स्वीकृति।
3. नपा आधिपत्य के सामुदायिक व मानस भवन का प्रतिदिवस किराया संशोधन पर विचार।
4. मुक्तिधाम के पास स्टेडियम रोड पर 3 करोड़ 88 लाख 28 हजार की लागत से पार्क सामुदायिक भवन गौशाला निर्माण।
5. विभिन्न वार्डों के जर्जर अनुपयोगी शौचालयों को हटाकर आवश्यकता अनुसार निर्माण कार्य कराए जाने की स्वीकृत।