काजल सिकरवार शिवपुरी। शिवपुरी जिले के खनियाधाना तहसील के बामौरकलां कस्बे में स्थित गणेश टेकरी मंदिर के पास शासकीय रेन बसेरा के निमार्ण कार्य से भक्तगण,ग्रामीण आदि परेशान हो रहें हैं भक्तजनों ने बताया कि यह अंग्रेजों से पहले का मंदिर हैं जिसको अंग्रेजों ने तोड़ दिया था जिसका जीर्णो द्वार फिर से कराया गया था अब इसी मंदिर के पास ही सरकार रेन बसेरा बना रही हैं।
इस निर्मित रेनबसेरे के कारण मंदिर के लिए मात्र 5 फिट ही रास्ता छोडा हैं जिससे मंदिर,मुख्य बाजार,स्टेडियम जाने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैं,इसके साथ ही भविष्य में रेन बसेरा अय्याशी का अड्डा मात्र बनकर रह जायेगा। जिससे मंदिर जाने वाले भक्तजनों को कई प्रकार की समस्याओं का उत्पन्न कर सकता हैं,इसलिए इस रेन बसेरा के निर्माण कार्य को रोका जाये।
प्राचीन गणेश मंदिर का रास्ता बंद कर किया जा रहा है रेन बसेरा का निर्माण
खनियाधाना तहसील के बामौरकला कस्बे में सर्वे क्रमांक 1494 में मंदिर के रास्ते में, और खेल स्टेडियम तथा हाट बाजार रास्ते में हो शासकीय रेन बसेरा का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है उसके ग्रामीणों व भक्तजनों को काफी परेशानी आ रही हैं भक्तजनों ने बताया कि जहां से गणेश टेकरी मंदिर का मुख्य मार्ग है उस स्थान से ही स्टेडियम और हाट बाजार का रास्ता निकलता है। उस स्थान पर शासकीय रेन बसेरा का निर्माण किया जा रहा है। जिससे मंदिर, स्टेडियम एवं हाट बाजार का रास्ता पूर्ण रूप से अवरुद्ध हो रहा है।
मुख्य बाजार पूर्ण रूप से बाधित
रेन बसेरा की नक्शा के अनुसार नापतोल 70×45 है परन्तु मौके पर इतनी जगह नहीं है। रेन बसेरा के निर्माण के कारण इतना भी मार्ग नहीं बच रहा है कि कोई व्यक्ति पैदल या बाहन से मंदिर, स्टेडियम, हाट बाजार तक पहुंच सके यहीं से ग्रामीणों का तथा मंदिर के भक्तों का मुख्य रूप से आवागमन होता है। श्रीमान जी मंदिर, स्टेडियम, हाट बाजार का मुख्य रास्ता पूर्ण रूप से बाधित हो रहा है।
भविष्य का अय्याशी का अड्डा रेन बसेरा
रेन बसेरा निर्माण गलत जगह किया जा रहा है । रेन बसेरा का निर्माण होने के बाद इसका उपयोग सही ढंग से नहीं हो पाएगा। तथा असामाजिक तत्वों का अय्याशी का अड्डा बनकर रह जाएगा। जो कि मंदिर की मर्यादा को भंग करता रहेगा। तथा इसके कारण भविष्य में मंदिर के भक्तों में तथा असामाजिक तत्वों में सदैव ही विवाद की स्थिति निर्मित होती रहेगी। रेन बसेरा ग्रामीणों और भक्तों की भावनाओं को आहत करता है जिसके निर्माण के कारण नगर में भविष्य में माहौल खराब होने की पूर्ण संभावना प्रतीत हो रही है।
इस मंदिर पर निकल गई और अब यह सब देखना पड़ रहा हैं
मंदिर के पुजारी जगदीश प्रसाद दुबे गणेश टेकरी मंदिर बामौरकला ने बताया कि 600 साल से भी ज्यादा पुराना गणेश टेकरी मंदिर है जिसको अंग्रेजों ने तोड़ दिया,जिसके बाद श्री गजाधर प्रसाद जी ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था जिसके बाद हमारे दादा श्री शंकर प्रसाद दुबे जी भवानी प्रसाद दुबे जी ने भी 80 वर्ष मंदिर पर सेवा की, इसके बाद हमारे पिता श्री भवानी प्रसाद दुबे जी ने भी अपना पूरा जीवन मंदिर को अर्पित कर दिया। इसके बाद अब मैं इस मंदिर का सेवक हूं इस मंदिर को हमने बड़ी मेहनत से सुंदर बनाया हैं क्योंकि यह मंदिर पहाड़िया पर स्थित है और इसी से लगा हुआ तालाब भी हैं इस मंदिर में हमने चारों तरफ हरियाली को देखते हुए पेड़ पौधे लगाये हैं जो कि एक बगीचा बन गया हैं।
शनि महाराज की प्रतिमा को निकाल कर फेंक दिया तालाब में
वहीं इस मंदिर से स्टेडियम,मुख्य बाजार,और मंदिर लगा हुआ हैं सिर्फ मात्र एक ही रास्ता निकलने के लिए हैं जिस पर भी सरकार के द्वारा रेन बसेरा का निर्माण कार्य कराया जा रहा है जो कि मंदिर के कुछ हिस्से पर ही बनाया जा रहा है शनि महाराज की मूर्ति को निकालकर तालाब में फेंक दिया गया और उसी पर यह रेन बसेरा बनवाया जा रहा हैं। जिससे हम लोग काफी परेशान हैं।
50 वर्ग फुट का दिया जाए मंदिर के लिए रास्ता
बामौरकला के एडवोकेट सुधीर गुप्ता,अतुल जैन,कामेश,आशुकंर्ण,विमला देवी,रवि पाल यादव,रितेश पटेरिया,अजय केवट,संजीव कोहली,विपिन विहारी,कमलेश गुप्ता,रामबाबू शर्मा,राहुल केवट,सोनू वंशकार,श्याम प्रसाद सुरेन्द्र सिंह,आदित्य दुबे सीताराम पटेरिया,रामकुमार झा,अनिल गुप्ता,दीपक दुबे,मोहन गुप्ता,प्रागी गुप्ता,हरिाम गुप्ता और श्रीपाल यादव ने शुरू में कहा कि इस रेनबसेरे के निर्माण के कारण मंदिर पर जाने के लिए 5 फिट का ही रास्ता बचा हुआ हैं जो कि स्टेडियम,मुख्य बाजार के लिए हैं। वहीं मंदिर पर कई प्रकार के कार्यक्रम कराये जाते हैं तो टेक्टरों के भक्तगण आते हैं,लेकिन अब केवल 5 फिट का ही रास्ता छोड़ा जा रहा हैं। इससे हम बहुत दुखी हैं। इसी संबंध में जब हमने कलेक्टर, एसडीएम,तहसीलदार को आवेदन सौंपा को उन्होंने कहा था कि तुम्हें 50 फिट रास्ता दिया जायेगा,लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।