SHIVPURI NEWS - सिंध का शटडाउन: बार बार बदल रही है डेट, अभी भी इंतजार जारी

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर को  पानी की सप्लाई के लिए शहरवासियों को अभी 6 दिन और इंतजार करना होगा। नई पाइप लाइन बदलने का काम अभी पूरा नहीं हो पाया है, 800 मीटर एरिया में अभी लाइन बदलना शेष है। इसके बाद कनेक्शन से लेकर टेस्टिंग में समय लगेगा। जिसके चलते जो पानी शहर में 30 नवंबर को आना था, वह अब 4 दिसंबर को आएगा।

सिंध से शहर तक आने वाले पानी के लिए पुराने पाइपों को बदलकर करीब 18.5 किमी में पाइप लाइन बदलने का काम होना था। इसके लिए नगर पालिका पिछले तीन माह से बार-बार शटडाउन कर पाइप लाइन बदल रही थी। इस बार यह शटडाउन 13 नवंबर को किया गया था और दावा किया था कि यह काम पूरा होने के बाद 30 नवंबर को पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी, लेकिन पाइप लाइन बदलने का जो काम 4.5 किमी का होना था, उसमें से करीब 800 मीटर लाइन बदलने का काम अभी अधूरा है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर कनेक्शन के साथ लाइन की टेस्टिंग भी करनी है। इस काम को पूरा होने में अभी और लगभग 6 दिन का और इंतजार करना होगा।

शटडाउन के बाद सप्लाई शुरू होने की बदली थी डेट 

दीपावली से पहले भी पाइप लाइन बदलने के लिए शहर में करीब 25 दिन का शटडाउन किया गया था। इसमें भी पानी की सप्लाई शुरू होने की तारीख बार-बार बदली गई थी, बाद में दीपावली जैसे बड़े त्योहार के कारण जैसे-तैसे पानी की सप्लाई शुरू की गई थी।

इस बार भी नगर पालिका ने शटडाउन 13 नंवबर को किया था और पूरा काम करने के बाद पानी सप्लाई शुरू करने की सूचना 30 नवंबर की दी थी, लेकिन अभी काम पूरा न होने के कारण इसे 5 दिन आगे बढ़ा दिया है। सप्लाई शुरू न होने के कारण शहर के लोगों को कुछ दिन तक पानी के बर्तन लेकर दिन व रात में इधर उधर भटकना होगा।

 पानी की सप्लाई बंद होने से पूरे शहर में लोग पानी के लिए खासे परेशान हैं। हालांकि कुछ वार्डों में पानी के टैंकरों से पानी पहुंच रहा है, लेकिन कई ऐसे वार्ड हैं जहां टैंकर समय पर नहीं पहुंच रहे या किसी अन्य कारण से पानी न आने से लोग दिन के अलावा रात में ऐसी सर्दी के मौसम में पानी भरने के लिए इधर से उधर घूम रहे हैं। शहर के फिजिकल रोड, इंद्रा कॉलोनी, लाल माटी, संजय कॉलोनी, कमला गंज, चीलोद, पुरानी शिवपुरी, इमामबाड़ा, फतेहपुर, नवाब साहब रोड, दर्पण कॉलोनी, करौंदी, छत्री कॉलोनी, पुलिस लाइन सहित कई ऐसे क्षेत्र है जहां पर पानी की बड़ी समस्या है।