SHIVPURI NEWS - आरोग्य मंदिर पर कब्जा, भगवान हुए गायब,भवन पर मक्का सूख रही है

Bhopal Samachar

हार्दिक गुप्ता कोलारसनामा। खबर शिवपुरी जिले के कोलारस अनुविभाग के एक आरोग्य मंदिर से भगवान गायब हो गए और भवन पर गांव के लोगों ने कब्जा कर दिया। आरोग्य मंदिर से भगवान सहित उनका स्टाफ नदारद है,अब ग्रामीण सरकार के इस भवन और अन्य उपकरणों के पैसे का इस्तेमाल करते हुए भवन पर मक्का सुखाने में लगे है। इस मामले में आरोग्य मंदिर के प्रभारी को फोन लगाया तो उन्होने कहा कि मै आपके किसी भी सवाल का जवाब देने को रिस्पांसिबल नहीं हूं।

कोलारस ब्लॉक के उप स्वास्थ्य केंद्र (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) किलावनी पर सोमवार को ताला लटका हुआ था वहां तैनात सीएचओ के गैरहाजिर होने के चलते वहां दबंगों ने अपना कब्जा जमा लिया है किलावनी के आयुष्मान आरोग्य मंदिर की छत पर विगत तीन दिवस से मक्के की फसल को सुखाया जा रहा था यहां पदस्थ सीएचओ धनरा गोचर से फोन के माध्यम से बातचीत करने पर उनके द्वारा बताया गया कि मे कोलारस मीटिंग मे आया हूं मक्के की फसल के लिए मे शनिवार को फसल हटाने की बोलकर आया था मेरे मना करने के बाद भी सुखा रहे है मैने बीएमओ को बता दिया है

अधिकांश आयुष्मान आरोग्य केंद्रों पर लटका रहता है ताला

कोलारस क्षेत्र के केंद्रों पर देखने आ रहा है कि इन केंद्रों में अक्सर ताला लगा दिखाई देता है, या फिर स्टाफ जल्द स्वास्थ्य केंद्र पर बंद कर निकल जाते हैं। अधिकतर सीएचओ के पास न ताला न खुलने का सिर्फ एक ही बहाना होता है कि फील्ड में हूं या फिर मीटिंग में हूं ग्रामीणों ने बताया कि सीएचओ व कर्मचारियों द्वारा अप डाउन करने से भी समस्या गहरा रही है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को इलाज कराने के लिए या फिर झोलाछाप डॉक्टरों की शरण लेनी पड़ रही है या फिर जिला मुख्यालय या अन्य शहरों में जाकर इलाज कराना पड़ता है

ग्रामीणों ने कहा- लापरवाही बरत रहे केंद्र पर पदस्थ कर्मचारी

ग्रामीणों का कहना है कि उप स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ एएनएम कार्यकर्ताओं व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण लोगों को समय पर इलाज नहीं मिलता है। वहीं गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण कराने में समस्या आती है। तो वहीं छोटी-मोटी बीमारियों को ग्रामीणों को दवा तक उपलब्ध नहीं हो पाती है।

ऐसे ही हालात  में कोलारस क्षेत्र के अधिकांश उप स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है। इन गांवों के उप स्वास्थ्य केंद्रों पर आए दिन ताला लटका दिखाई देता है। क्षेत्र की करीब 30 हजार आबादी को यहां स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यहां ग्रामीणों ने बताया कि सीएचओ मर्जी अनुसार आते हैं, कभी एक घंटे तो कभी दो घंटे रुकने के बाद चले जाते हैं।

कभी-कभी तो स्वास्थ्य केंद्र खुलता ही नहीं है। बाकी दिनों में केंद्र पर ताला दिखाई देता है। अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी सिर्फ टीकाकरण करने के लिए उप स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचे हैं। जिससे गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण तो हो जाते हैं लेकिन बाकी के दिनों में इलाज नहीं मिल पाता है।

इनका कहना है
उप स्वास्थ केन्द्र लोगो के इलाज के लिए है यदि कोई केन्द्र की छत पर मक्का सुखा रहा है तो वह गलत है इसके लिए जांच कमेटी बनाई जाएगी और जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी
विवेक शर्मा, बी एम ओ कोलारस