शिवपुरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने धनतेरस पर मध्य प्रदेश के श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय शिवपुरी को 100 सीट नर्सिंग कॉलेज के साथ कई सौगात दी। पीएम मोदी नई दिल्ली से वर्चुअली जुड़े। मुख्य कार्यक्रम मंदसौर में हुआ, जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी भी शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी जी का संबोधन भी हुआ।
नर्सिंग कॉलेज के लिए वर्चुअल भूमिपूजन के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल मुख्य आतिथ्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ स्वास्थ्य विभाग के यूविन पोर्टल सहित अनेक डिजिटल नवाचारों को लांच किया, इसके साथ 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वृद्धजनों का आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत शामिल किए जाने की योजना का शुभारंभ किया। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज के समीप बनने वाले शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय का भूमिपूजन भी प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की विशिष्ठ उपस्थिति में वर्चुअल किया गया।
इस दौरान मा. मंत्री नारायण सिंह कुशवाह जी सामाजिक न्याय एवं उद्यानिकी विभाग, ने कहा कि कोई भी चिकित्सक मरीज की प्रति लापरवाही नहीं बरतता है विधाता ने जो लिखा है वही होता है। हम सबका भी फर्ज होना चाहिए अस्पतालों में शालीनता का व्यवहार रखें सरकार द्वारा मरीजों के हित में आयुष्मान जैसी कई योजनाएं संचालित की जा रही है जिसका लाभ सभी को मिल रहा है।
इसी के साथ ही प्रभारी मंत्री प्रदुम सिंह तोमर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के प्रयासों से शिवपुरी को मिले नर्सिंग कॉलेज की बधाई देते हुए सभी का उत्साहवर्धन किया।
इस दौरान श्री राजू बाथम जी, जिलाध्यक्ष, भाजपा शिवपुरी, श्री देवेन्द्र जैन जी, विधायक शिवपुरी, श्री महेन्द्र सिंह यादव जी, विधायक कोलारस शिवपुरी, श्रीमती गायत्री शर्मा नगर पालिका अध्यक्ष, श्री हरवीर रघुवंशी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, श्री रविन्द्र चौधरी कलेक्टर शिवपुरी, श्री अमन सिंह राठौड़ पुलिस अधीक्षक, शिवपुरी के साथ मेडिकल कॉलेज चिकित्सक सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
डीन डी परमहंस ने बताया कि श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के प्रयासों से शिवपुरी को मिले नर्सिंग कॉलेज की शुरुआत हो जाने से 100 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से प्रवेश दिए जाएंगे और यहां सर्व सुविधायुक्त विशेषज्ञ ट्रेंड लेब, उपकरण, डॉक्टर और संसाधन होने से यहां अत्याधुनिक प्रशिक्षित नसें निकल सकेंगी।