SHIVPURI NEWS - ​जारी रहेगी दूध की हड़ताल, दूधियो और डेयरी संचालकों की ली बैठक-नही माने दूधिए

Bhopal Samachar

शिवपुरी। रेट बढ़ाने को लेकर दूधिया ने हड़ताल शुरू कर दी,इस कारण शहर मे दूध की किल्लत शुरू हो गई। दूधियो के हड़ताल पर जाने से डेयरी संचालक के पास दूध नहीं बचा इसलिए आज दोपहर में शहर की प्रमुख डेयरी बंद रही है। वही कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र चौधरी ने दूधियो और डेयरी संचालकों की मीटिंग ली,लेकिन इस मीटिंग में दूध की रेट को लेकर एक राय नहीं बनी इस कारण दूधिया के अध्यक्ष ने कहा कि अभी हड़ताल जारी रहेगी।

दूध के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर दुधिए शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए हैं। शहर की डेरियों पर दूध की सप्लाई नहीं पहुंची। एक दिन पहले का दूध सुबह किसी तरह वितरित कर दिया। लेकिन शाम को दूध की किल्लत होने लगी। लोग दूध के लिए परेशान होते नजर आए। हड़ताल पर गए दूध 55 रु. रेट की जिद पर रहे हैं। इधर दूधिया द्वार दाम बढ़ने और हड़ताल पर जाने के खिलाफ अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत भी मैदान में उतर आई है।

जैसा कि विदित है कि डेयरी संचालकों ने 1 जुलाई से दूध के दाम 50 रु. से घटाकर 45 रु. कर दिए। इसे लेकर दूधिया संघ के बैनर तले दूधियों ने गुरुवार को बैठक के बाद शुक्रवार से हड़ताल पर का ऐलान कर दिया। पहले दिन दूधए ग्रामीण क्षेत्रों से दूध लेकर शहर नहीं आए। इस कारण शहर में दूध की किल्लत होने लगी है।  डेयरी संचालकों ने बैठक रखी जिसमें 30 से 35 लोग पहुंचे।

दूध डेयरी संचालक मुकेश जैन ने बताया कि दूधियों को फोन लगाकर बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन वह आने के लिए तैयार नहीं हुए। अपनी हिटलरशाही और तानाशाही रवैये के चलते बात करने तक नहीं आए। पहले दूध की रेट बढ़ाने की मांग करने लगे। डेक्टरी संचालकों का कहना है कि बरसात में दूध का उत्पादन बढ़ने से दाम घट जाते हैं। शादियों का सीजन भी खत्म होने जा रहा है। इसके बाद भी दूधिए दूध के दाम बढ़ाने की जिद कर रहे हैं। 50 रु. दाम मांग रहे हैं। जबकि गर्मियों में फिर से 5 रु. और बढ़ाने की जिद कर रहे हैं। दूधियों की रेट 45 रु. करके जनता को हम 50 रु. में दूध बेच रहे हैं। यदि दाम बढ़े तो जनता को नुकसान होगा।

आज शनिवार को शहर की डेयरियो पर दूध खत्म हो गया था इस कारण शहर की प्रमुख दूध डेयरी बंद ही रही। इधर दूध की किल्लत को देखते हुए शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र चौधरी ने आज दोपहर 2 बजे कलेक्टर कार्यालय में दूधिया संघ और डेयरी संचालको के साथ मीटिंग रखी थी। इस मीटिंग में शहर के लगभग 25 डेयरी संचालक पहुंचे थे वही दूधिया संघ की ओर से भी लगभग 20 दूधिए इस मीटिंग में पहुंचे थे। कलेक्टर शिवपुरी ने दोनो पक्षो की बात सुनते हुए यह निर्णय लिया कि दूधियो को डेयरी संचालक 47.50 प्रतिलीटर दूध का पेमेंट करेगें वही डेयरी संचालक ग्राहको को 52 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दूध देगें। इस बार डेयरी संचालक तो सहमत हो गए लेकिन दूधिया संघ अभी भी 50 रूपए लीटर की रेट पर अड़ा हुआ है।

जंगल नहीं बचे,और शेर छोड़ दिए-सब रेडीमेड खरीदना पड़ता है

दूधिया संघ के अध्यक्ष कोकसिंह गुर्जर ने शिवपुरी समाचार से बातचीत करते हुए कहा कि जंगल में अब शेर छोड़ दिए गए है जानवरों को घर पर ही चराना पड रहा है। भैंसों के लिए चारा,पीना सब महंगा हो गया है इस कारण हमें इस रेट पर मुनाफा नहीं हो रहा है हम 55 रुपए लीटर की मांग कर रहे थे लेकिन हमने मीटिंग में कलेक्टर साहब से कहा कि 50 रूपए लीटर का रेट करा दो। अब रेट 47.50 प्रति लीटर की कह रहे है हमारे दूधिया इस रेट में दूध बेचने को तैयार रही है हमारी हड़ताल आगे भी जारी रहेगी।

यह कहा मुकेश जैन ने

कलेक्टर साहब ने हमे आदेश दिए है कि दूधियो को 47.50 रु आप दूधियो का देगे,और डेयरी संचालक 52 रूपए लीटर दूध बेचेगें। कलेक्टर साहब को सामने दूधिए राजी हो गए थे,लेकिन उनके जाते ही वह नहीं माने अभी भी वह रेट को लेकर अड़े है। जैन दूध डेयरी संचालक मुकेश जैन ने बताया कि एसडीएम साहब ने हम से कहा है कि आप कही से भी दूध मंगा सकते हो,अगर कोई दूध आने से शहर के बाहर कोई रोकता है तो हमें सूचना दे। वही बताया जा रहा है कि शहर के प्रवेश के चारों ओर दूधिए खडे है और दूध वालों को अंदर घुसने नही दे रहे है इसलिए ही शहर में दूध की किल्लत हो रही है।  

प्रतिदिन 50 हजार लीटर की खपत

शिवपुरी शहर में प्रतिदिन 50 हजार लीटर दूध की खपत है लेकिन शिवपुरी शहर में दूधिया लगभग 30 हजार लीटर दूध शिवपुरी लेकर आते है। वही 20 हजार दूध की पूर्ति अन्य स्थानों से होती है।

यह बोले कलेक्टर साहब

हमने आज दूधिया और डेयरी संचालकों की मीटिंग ली थी,जिसमें तय किया गया कि 47.50 रु प्रतिलीटर दूधिया डेयरी संचालकों को दूध की रेट देंगे और डेयरी संचालक 52 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दूध का विक्रय करेगें। अगर दूधिया इस पर राजी नही होते है तो प्रशासन जनता के लिए अन्य विकल्प की तलाश करेगा,जनता को दूध की कमी नहीं आने दी जाऐगी। - रविन्द्र कुमार चौधरी कलेक्टर शिवपुरी