शिवपुरी। खबर शिवपुरी शहर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिल रही हैं जहां आज एक बुजुर्ग शिकायत लेकर पहुंचा कि मे बुजुर्ग व्यक्ति हूं और रात को कुएं में गिर गया था, जिसके बाद सरपंच मुझसे कहने लगा कि तुझे मैं जिसकी कहूंगा तुझे उस पर मुकदमा दर्ज करवाना होगा। नहीं तो मैं तुझे झूठे केश में थाने में बंद करवा दूंगा।
जानकारी के अनुसार निवासी टोडा पिछोर जिला शिवपुरी के रहने वाले रोशन सपेरा पुत्र लालाराम सपेरा ने बताया कि कल 25 अप्रैल 2024 की सुबह 9 बजे की बात हैं मैं अपने घर पर ही था तभी सरपंच राजू दाऊ चौहान निवासी ग्राम पंचायत टोडा मेरे घर आया और मुझे घर से उठवा लिया। क्योंकि मैंने उसकी बात ना मानकर, जिस पर वो झूठा केस दर्ज करवाना चाहता हैं उसकी मैंने मना कर दिया था।
यह हैं पूरा मामला
आज से 4 महीने पहले की बात हैं मैं अपने घर जा रहा था तभी अंधेरा होने के कारण मैं कुए में गिर गया था। और इसी बात को लेकर सरपंच ने मुझसे कहा कि तुझे मेरी बात मानना पड़ेगी बरना में तुझपर झूंठा केश दर्ज करवा दूंगा। तो वह मेरे जरिए पुलिस के द्वारा बंद करवा कर मेरे से रमेश, सुघर, राकेश, को झूठे केश में फसाने का दबाव बनाया जा रहा हैं।
करैरा थाना से मिलकर मुझे पकडवा दिया गया और कहा कि तू उक्त लोगों के विरूद्ध झूठी गवाही दे कि उक्त लोगों ने तुझे कुए में जान से मारने की नियत से कुएं में पटका है। जबकि मुझे किसी ने भी कुएं में नहीं पटका हैं।
बुजुर्ग की भाभी माधवी सपेरा ने बताया कि 2001 में जिस जमीन पर हम रहते आ रहे हैं उस पर पट्टा हो गया। जमीन 5 बीघा हैं और सरपंच उस जमीन को रामजीलाल, धनीराम लोधी आदि को वह मुझसे छुड़ाकर यह जमीन दिलवाना चाहता हैं इसके लिए ही सरपंच ने यह पूरी कहानी रची हैं।
जानकारी के अनुसार निवासी टोडा पिछोर जिला शिवपुरी के रहने वाले रोशन सपेरा पुत्र लालाराम सपेरा ने बताया कि कल 25 अप्रैल 2024 की सुबह 9 बजे की बात हैं मैं अपने घर पर ही था तभी सरपंच राजू दाऊ चौहान निवासी ग्राम पंचायत टोडा मेरे घर आया और मुझे घर से उठवा लिया। क्योंकि मैंने उसकी बात ना मानकर, जिस पर वो झूठा केस दर्ज करवाना चाहता हैं उसकी मैंने मना कर दिया था।
यह हैं पूरा मामला
आज से 4 महीने पहले की बात हैं मैं अपने घर जा रहा था तभी अंधेरा होने के कारण मैं कुए में गिर गया था। और इसी बात को लेकर सरपंच ने मुझसे कहा कि तुझे मेरी बात मानना पड़ेगी बरना में तुझपर झूंठा केश दर्ज करवा दूंगा। तो वह मेरे जरिए पुलिस के द्वारा बंद करवा कर मेरे से रमेश, सुघर, राकेश, को झूठे केश में फसाने का दबाव बनाया जा रहा हैं।
करैरा थाना से मिलकर मुझे पकडवा दिया गया और कहा कि तू उक्त लोगों के विरूद्ध झूठी गवाही दे कि उक्त लोगों ने तुझे कुए में जान से मारने की नियत से कुएं में पटका है। जबकि मुझे किसी ने भी कुएं में नहीं पटका हैं।
बुजुर्ग की भाभी माधवी सपेरा ने बताया कि 2001 में जिस जमीन पर हम रहते आ रहे हैं उस पर पट्टा हो गया। जमीन 5 बीघा हैं और सरपंच उस जमीन को रामजीलाल, धनीराम लोधी आदि को वह मुझसे छुड़ाकर यह जमीन दिलवाना चाहता हैं इसके लिए ही सरपंच ने यह पूरी कहानी रची हैं।