SHIVPURI NEWS - जिला अस्पताल में सिग्नेचर कर गायब हो जाते है वार्ड बॉय,मरीज होते रहते है परेशान

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिला अस्पताल में गंभीर मरीजों की जान को लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। यहां कई अव्यवस्थाओं के चलते गंभीर मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है। यहां गंभीर मरीज के आते ही सबसे पहली भूमिका वार्ड बॉय की रहती है। लेकिन यहा वार्ड बॉय रजिस्टर में एंट्री कर गायब हो जाते है।

जिला चिकित्सालय शिवपुरी में सिविल सर्जन व मैनेजमेंट अधिकारी के चेंज होते ही अव्यवस्थाओं में थोड़ा सुधार देखने को मिला हैं लेकिन उसके बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं की गाड़ी अपने पुराने ढर्रे पर आ जाती है।

जिला अस्पताल में गंभीर मरीज के आते ही सबसे पहला काम वार्ड बॉय का होता है। कि मरीज के आते ही उसे तुरंत स्ट्रक्चर से आईसीयू वार्ड में ले जाए और तुरंत डॉक्टरों के साथ मरीज का उपचार कराने में सहयोग करें।

लेकिन यहा पर वार्ड बॉय केवल रजिस्टर में हाजरी लगाकर गायब हो जाते है। जिससे गंभीर मरीज को समय पर उपचार नहीं मिल पाता हैं। जिला अस्पताल में ओंटी अटेंडर वार्ड बॉय सभी मिलाकर लगभग 18 लोग काम करते हैं वार्ड बॉय की सैलरी लगभग 11 हजार रुपये प्रति महा हैं। लेकिन इसके बाद भी ड्यूटी ठीक से नही करते है।

ट्रामा सेंटर में यह है वार्ड बॉय

गंभीर अवस्था में सबसे पहले मरीज को ट्रामा सेंटर में लाया जाता हैं। और यहां सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक रवि खरे की ड्यूटी रहती है और दोपहर 2 बजे से शाम 8 बजें तक कमल किशोर की ड्यूटी व रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक राजू कुशवाह की ड्यूटी रही हैं।

यह रहते हैं वार्ड बॉय के काम

गंभीर मरीज के आते ही उसे स्ट्रेक्चर से अंदर ले जाना, मरीजों के लिए साफ बिस्तर और कपड़ों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना,गंदी वस्तुओं को बहार निकालना,बाथरुम,शावर,ऑफिस आदि को साफ रखना,डिस्चार्ज होने वाले मरीज को अपने साथ वेटिंग एरिया तक ले जाना। इमरजेंसी में मरीजों को कंट्रोल करना और उन्हें सेफ रखना।

डॉक्टर भी कर देते हैं मेडिकल कॉलेज रेफर

जिला अस्पताल में पहले से ही डॉक्टरों की कमी हैं ऐसे में मरीज के परिजन ही उसे गाड़ी से उतार कर स्ट्रक्चर से डॉक्टर के रुम तक लेकर पहुंचते है मरीज के लिए बेड देखते है यह काम वार्ड बॉय के होते है। जिससे समय पर मरीज डॉक्टरों के पास नहीं पहुंच पाते है। और फिर गंभीर हालत में ही डॉक्टरों को मरीज को मेडिकल कॉलेज या फिर ग्वालियर रेफर करना पडता है।

इनका कहना है
हमारे पास ओंटी अंटेडर,वार्ड बॉय, सभी को मिलाकर लगभग 18 लोग हैं काम करते है। जिसमें से कुछ मैन गेट पर रहते हैं तो कुछ लोग ट्रामा सेंटर में रहते हैं कुछ मरीजों की देखरेख में रहते हैं। जहां तक गायब होने की बात हैं तो में दिखवा लेता हूं कौन कौन अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं कर रहा है
डॉ. बीएल यादव सिविल सर्जन जिला अस्पताल शिवपुरी