शिवपुरी। इस समय चुनावी बयार चल रही है और यह बयार नेताओं को इधर से उधर उडा कर ले जा रही है। इससे पूर्व कमलनाथ की सरकार दल बदल के तूफान में उड़ गई थी इस तूफान का नाम था सिंधिया, इस तूफान में कमलनाथ की सत्ता उड गई थी।
अब मप्र के आम विधानसभा चुनाव नवंबर में होने है इसलिए राजनीतिक पार्टियां और उनके नेता चुनाव को लेकर सक्रिय हो गए है। नेता भी टिकिट की जुगाड़ में अपनी अपनी गोटिया सेट करते दिख रहा है। इस चुनावी बयार में शिवपुरी जिले में भाजपा को झटका लग रहा है। सिंधिया के तूफान में एक झटके में भाजपा की झोली जा गिरे नेता अब कांग्रेस की ओर रुख कर रहे है।
कोलारस से यादव समाज के नेता बैजनाथ यादव ने कमलनाथ का हाथ थाम लिया है,कांग्रेस इस अभियान को घर वापसी का नाम दे रही है वही शिवपुरी से राकेश सावलदास गुप्ता वनस्थली होटल वालो ने भी अपनी घर वापसी कर ली है,पीसीसी कार्यालय में राकेश गुप्ता ने कहा था कि उनका भाजपा में दम घुट रहा है उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई कांग्रेस से माफी मांगते है। उनकी 3 पीढ़ी कांग्रेसी है।
इस बयार में भाजपाई भी उड़ने लगे है
चुनावी बयार में अब कांग्रेसी तो घर वापसी कर रहे है साथ में मूल भाजपाई भी उड़ने लगे है। इससे भाजपा में बेचैनी हो गई। भाजपा डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास कर रही है इसी क्रम में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा गोटू को मनाने उनके घर पहुंचे थे।
जीजाजी के जाने के बाद साले साहब को मनाने का दौर
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू के रिश्ते में राकेश गुप्ता जीजाजी लगते है। अब गोटू भी भाजपा को त्यागने का मन बना चुके है,भाजपा जीजाजी को रोक नही सकी इसलिए साले साहब को मनाने की तैयारी चल रही है इसी क्रम में सोमवार को भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा उन्हें मानने के लिए शिवपुरी आए। वे सर्किट हाउस से सीधे जितेंद्र जैन गोटू के घर पर पहुंचे। उनके साथ भोजन किया।
बताया जा रहा है कि झा के मनाने के बाद भी गोटू के रुख में कोई खास परिवर्तन नहीं आया है। भाजपा नेता झा ने जिला पंचायत अध्यक्ष रहे जितेंद्र जैन गोटू से कहा कि वे पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं और उनका तीन पीढ़ियों से भाजपा और जनसंघ से जुड़ाव रहा है। ऐसे में उन्हें पार्टी में ही रहना चाहिए।
मन ठीक नहीं है गोटू ने कहा
बताया जाता है कि तकरीबन एक घंटे की गोपनीय बातचीत के दौरान गोटू ने पार्टी से जाने की बात तो नहीं कही, लेकिन इतना अवश्य कहा कि उनका मन इस समय पार्टी के प्रति ठीक नहीं है।
एक पार्षद के टिकट का अब पड रहा है भारी
नगर पालिका चुनाव के दौरान गोटू ने अपने परिवार के लिए पार्षद का टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया। झा ने उनसे कहा कि ठंडे दिमाग से सोचें। बताया जाता है कि इसके बाद भी गोटू ने पार्टी न छोड़ने का कोई आश्वासन झा को नहीं दिया। गोटू ने इतना अवश्य कहा कि वे सोचेंगे। यदि गोटू पार्टी बदल कर कांग्रेस ज्वाइन करते हैं तो भाजपा का वैश्य समाज का मूल वोटर भाजपा से कट सकता है,चुनाव का समय है जीजा साले ताकतवर होकर भाजपा को अधिक नुकसान पहुंचा सकते है।