शिवपुरी। निर्वाचन आयोग ने पहली वार चुनाव में एक नया सिस्टम लागू किया है कि शासकीय बीएलए के अतिरिक्त राष्ट्रीय स्तर की पार्टी भी अपना बीएलए बना सकती है जिससे कोई भी व्यक्ति वोटर बनने से न रह जाए और कोई भी वोट डालने से वचिंत रह जाए,इसलिए राजनीतिक दल अपना कार्यकर्ता बीएलए का कार्य करा सकती है। शहर कांग्रेस ने अपनी बीएलए की सूची जारी कर दी। सूची जारी होते है बबाल मच गया और शहर के अधिकांश पार्षद विरोध में आ गए।
शिवपुरी विधानसभा के लिए जो शहर कांग्रेस द्वारा बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) सूची बनाई गई उसमें न तो पार्षदों की सहमति ली गई है, और न ही पार्षदों को उसमें शामिल किया गया है। ऐसे में पोलिंग एजेंट पर चुनाव के दौरान हम कैसे काम करेंगे।
यह आरोप कांग्रेस के वार्ड पार्षदों ने सूची बनाने वाले अपने ही अध्यक्ष के खिलाफ लगाए है। खास बात यह है कि शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा जिन लोगों ने नारी सम्मान योजना में रजिस्ट्रेशन तक करने में अपनी रुचि नहीं ली और पूछने पर वार्ड में व्यस्त होने की बात कही, ऐसे लोग बीएलए का क्या काम करेंगे, फिर भी किसी को आपत्ति है, तो वह हमसे बात करें हम उसका समाधान करेंगे।
दरअसल कांग्रेस की शिवपुरी विधानसभा की जो बीएलए सूची तैयार की गई है, उसमें पार्षदों ने आरोप लगाकर कहा है कि शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री प्रकाश शर्मा सहित सभी महत्वपूर्ण लोगों के नाम शामिल है, लेकिन नगरपालिका के 1-2 पार्षद को छोड़कर सभी पार्षदों के नाम गोल हैं। न तो उनके वार्ड में पार्षदों से रायशुमारी की गई और न ही उनके नाम को शामिल किया गया है, ऐसे में कैसे काम करेंगे। हालांकि नाराज पार्षदों ने कांग्रेस जिला संगठन मंत्री राजकुमार बंसल को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
वार्ड 34 की पार्षद शशि शर्मा का कहना है कि बीएलए सूची हमने जब देखी तो उसमें हमारा नाम ही नहीं है। जबकि हम अकेले नहीं, कई वार्ड पार्षद ऐसे हैं जो बीएलए बनने के योग्य नहीं माने गए l इसीलिए उन्हें शामिल नहीं किया गया l अब चुनाव के वक्त हम अपने वार्ड में कैसे काम कर सकेंगे। वार्ड 4 के पार्षद संजय गुप्ता का कहना है कि पार्षदों को बीएलए न बनाना तो बेइज्जती है। सब का सम्मान होता है, इसलिए बीएलए सूची में पार्षदों के नाम शामिल होने थे। न तो हमसे शामिल करने के बारे में पूछा और न ही हमसे नाम लिए गए।
ऐसे तो पार्षदो को घर बिठाने की तैयारी है:मोनिका सरैया
शहर के 145 मतदान केंद्रो की जो बीएलए की सूची जारी की है उसमे कांग्रेस पार्षदो की राय नही ली गई। यह तो चुनाव में कांग्रेेस पार्षदो को घर पर बिठाने की तैयारी लग रही है। पार्षद से पूछना चाहिए था या उनसे राय शुमारी लेनी चाहिए थी।
पार्टी फोरम पर बात रखें, दूसरी जगह नहीं
कार्यालय मंत्री चंद्रकांत शर्मा मामा ने सभी पार्षदों को फोन लगाकर नाम पूछे थे, लेकिन इन्होंने वार्ड में व्यस्तता की बात कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। यदि बीएलए बनना ही है तो यह मुझसे संपर्क करें या अपनी आपत्ति दर्ज कराएं। हम इन्हें शामिल कर लेंगे, लेकिन पार्टी फोरम की जगह दूसरे फोरम पर पार्षंदों द्वारा बात रखना ठीक नहीं मानता।
श्रीप्रकाश शर्मा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष