SHIVPURI NEWS- बैठक में नहीं सुलझा बलारी दर्शन का विवाद: बैठक में पार्क प्रबंधन और मंदिर महंत अपनी-अपनी बात पर अड़े

NEWS ROOM
शिवपुरी।
बलारी माता मंदिर माधव नेशनल पार्क के अंदर स्थित है इसलिए नियमों के चलते माता बलारी को वन विभाग के पिंजरे में कैद कर लिया गया है। मंदिर प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। केवल मंदिर के महंत और पुजारी को बंद गाडी से मंदिर प्रवेश की अनुमति है। महंत प्रयाग भारती का मंदिर पर शत चंडी यज्ञ की घोषणा कर दी है,वही उधर मंदिर प्रवेश रोक के बाद दोनों पक्ष आमने सामने आ गए,वही मंदिर के महंत ने आंदोलन की घोषणा कर दी।

नियम और मंदिर के भक्त आपस में टकरा रहे है। इसलिए शिवपुरी विधायक और प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कलेक्ट्रेट में प्रशासन के अधिकारी सहित पार्क प्रबंधन और मंदिर के महंत प्रयाग भारती के साथ बैठक ली,जिसमें राजे ने कहा था समन्वयन निकाले। इसी के चलते एसडीएम कक्ष में पार्क प्रबंधन,प्रशासन और मंदिर कमेटी की आपात बैठक आहूत की थी।


इसमें पार्क की ओर से पार्क के सहायक डायरेक्टर अनिल सोनी ने शिरकत की,उन्होंने कहा कि सप्तमी के दिन केवल बंद गाडी से ही जाने की अनुमति दे सकते है। इस पर मंदिर के महंत और प्रतिनिधि बोले कि गांव में किसी के पास बंद गाड़ी नहीं है,सिर्फ ट्रैक्टर और बाइक है।
गुरुवार को एसडीएम कार्यालय में सुबह 11 बजे आयोजित हुई यह बैठक निर्णय तक नहीं पहुंच सकी। दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे, इसलिए कोई भी समाधानात्मक नतीजा नहीं निकल सका।

मंदिर महंत और ट्रस्ट समिति का तर्क - गांव वालों के पास बंद गाड़ी नहीं

बैठक में शामिल बलारी माता मंदिर के महंत प्रयाग भारती, विनय राज शर्मा, एमडी गुर्जर और अन्य सदस्यों ने सहायक संचालक श्री सोनी के प्रस्ताव पर सहमति नहीं दी और कहा कि पार्क के अंदर ग्रामीण क्षेत्र की आबादी सर्वाधिक दर्शनार्थ आती है। सप्तमी के दिन तो हजारों लोग दर्शनार्थ ट्रैक्टर- ट्रॉली और बाइक से पहुंचते हैं। बंद गाड़ी हमारे पास है नहीं इसलिए ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाइक की अनुमति दीजिए, हम विश्वास दिलाते हैं किसी भी तरह का खतरा वन्य प्राणियों को नहीं होगा।

पार्क प्रबंधन का तर्क- आस्था देखते हुए बंद वाहन से मंदिर जाने की सहमति पर विचार कर रहे

बैठक में शामिल हुए सहायक संचालक नेशनल पार्क अनिल सोनी ने कहा कि वैसे तो हम पार्क में किसी को अलाउड नहीं करते। चूंकि सप्तमी के दिन श्रद्धालुओं के बलारी माता मंदिर पहुंचने को लेकर यहां लोगों में उत्साह है, आस्था भी है। इसी वजह से सिर्फ बंद गाड़ी में हम श्रद्धालुओं को अंदर जाने की अनुमति देने पर विचार कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए वाहन की पूर्व अनुमति आपको लेनी होगी या उसे पंजीकृत कराना होगा। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और माता रानी के दर्शन आसानी से हो सकेंगे। किसी की जान को खतरा भी नहीं रहेगा और वन्य प्राणी भी सुरक्षित रहेंगे।

सीसीएफ ने ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाइक ले जाने से मना किया है

बलारी माता मंदिर पर हम अब यज्ञ की तैयारी कर रहे हैं। 24 मई को यही यज्ञ होगा। जिसमें जिले भर के लोग शामिल होंगे। हम चाहते हैं कि पार्क प्रबंधन इसकी अनुमति दे, किसी की रोका टोकी न करें। एडीएम साहब के यहां हुई बैठक के बाद जब सीसीएफ से मिले तो उन्होंने सप्तमी को ट्रैक्टर- ट्रॉली और बाइक को अंदर ले जाने से मना कर दिया, जो हमें मंजूर नहीं। अब हम बैठक कर रहे हैं, महंत जी के नेतृत्व में जो भी होगा उससे आपको अवगत कराया जाएगा।
विनय राज शर्मा, सदस्य बलारी माता मंदिर प्रबंधन समिति

बड़े आयोजन की अनुमति नहीं देंगे
सप्तमी को हम बंद वाहन में बलारी माता मंदिर प्रवेश करने की अनुमति दे तो रहे हैं। लेकिन वे चाहते हैं कि सब कुछ पहले जैसा चलता रहे यह असंभव है।मेले या किसी बड़े समारोह की अनुमति हम कदापि नहीं देंगे। अब मंदिर समिति के लोगों को चाहिए कि वह लोगों को समझाइश दे कि यहां टाइगर आ गए हैं।
अनिल सोनी , सहायक संचालक, नेशनल पार्क प्रबंधन शिवपुरी

समाधान निकालने का प्रयास करेंगे
हमने एक बैठक आयोजित की, जिसमें पॉलिथीन की जगह कपड़े की थैली ले जाने की सहमति बनी, कुछ बिंदु पर सहमति नहीं बनी। पार्क प्रबंधन बंद वाहन का इसलिए कह रहा है, क्योंकि खुले में जाना खतरे से खाली नहीं। जबकि मंदिर प्रबंधन ग्रामीणों की अपनी समस्याएं बता रहा है। मंदिर प्रबंधन चाहेगा तो हम फिर से बैठक कर समाधान निकालने का प्रयास करेंगे।
अंकुर रवि गुप्ता, एसडीएम, शिवपुरी

G-W2F7VGPV5M