शिवपुरी। शिवपुरी जिले की सीमा से लगा कूनो नेशनल पार्क की सीमा से निकलकर फिर चीता सीमा जिले की सीमा में घुस आया है। चीते को बैराड के पास स्थित जौराई गांव में देखा गया है। आवारा ओवान को कूनो नेशनल पार्क की टीम ट्रेकिंग करते हुए पहुंच गई है उस पर नजर रखी जा रही है। चीते भ्रमण के कार्यक्रम के चलते ग्रामीण दहशत मे ग्रामीण छतो पर है और चीता खेतो में नजर आ रहा है। DFO का कहना है कि फिलहाल तो उसका रेस्क्यू नहीं किया जाएगा। चीते ओवान को इससे पहले बैराड़ क्षेत्र से 6 अप्रैल को ही रेस्क्यू किया गया था।
खेतों में रखवाली कर रहे किसानों में दहशत
ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सुबह करीब 7 से 8 बजे के बीच एक चीता सड़क पर घूमता दिखाई दिया। चीता कभी खेतों में घूमता है तो कभी वहीं बैठ जाता है। वन अमले को इसकी सूचना दी। यहां चीता ओवान को ट्रैक करने वाली टीम भी मौजूद है। उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। वन विभाग की टीम लगातार उसे ट्रैक कर रही है।
वापस लौटने का इंतजार करेंगे, घबराने की आवश्यकता नही
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश वर्मा का कहना है कि शनिवार शाम से ओवान की मूवमेंट शिवपुरी जिले की ओर बढ़ रही थी। लगातार टीमें उसे रेडियो कॉलर के जरिए ट्रैक कर रही है। अभी चीते की लोकेशन शिवपुरी जिले के जौराई गांव में है। जहां पर नेशनल पार्क की टीमें भी मौजूद है। फिलहाल ओवान का रेस्क्यू नहीं किया जाएगा। संभवत शाम या फिर रात तक ओवान स्वत ही कूनो नेशनल पार्क की ओर लौट जाए।
जिससे उसके रेस्क्यू करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। टीम मौके पर मौजूद है, और उसकी लगातार निगरानी कर रहीं है। डीएफओ वर्मा ने लोगों से अपील की है कि घबराने की जरूरत नहीं है। चीता कभी भी इंसानों पर हमला नहीं करता है। ऐसे में ग्रामीण कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाए जिससे चीते को नुकसान पहुंच सकता हो।
इस माह में शिवपुरी का दूसरा चक्कर
इससे पहले 6 अप्रैल की शाम ओवान का रेस्क्यू बैराड़ क्षेत्र के डाबरपुरा गांव के पास से किया गया था। ओवान ने लगभग 5 दिन कूनो नेशनल पार्क की सीमा से बाहर गुजारे थे। इस दौरान ओवान श्योपुरए सबलगढ़ और बैराड़ के क्षेत्रों में घूमा था। बाद में उसका रेस्क्यू 6 अप्रैल को बैराड़ के डाबरपुरा गांव के पास से किया था।चीते ओवान को रेडियो कॉलर के जरिए ट्रैक किया जा रहा है। मौके पर वन विभाग की टीम मौजूद है। उसकी हर एक्टिविटी पर नजर रखी जा रही हैं।