चंबल में जल समाधि वाले लोगो की चिता को चबूतरे भी नही हुए नसीब,जमीन पर अंतिम संस्कार- Shivpuri News

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शिवपुरी।
शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील के चिलावद गांव के 7 लोगों की चंबल नदी मे जल समाधि बन गई थी। चंबल नदी में बहे इन 7 यात्रियो मे सबसे अंतिम शव 12 वर्ष के बालक लव कुश का मिला था,उसके बाद प्रशासन का अपना अभियान बंद कर दिया गया। चिलावद गांव के 17 यात्री कैला देवी के दर्शनों के लिए पैदल यात्रा पर निकले थे।

18 मार्च को यह सभी लोग चंबल नदी को पार करते समय बह गए थे। जिनमे से 10 लोगो तैर कर मौत के मुहं से वापस आ गए। वही इसमें से 7 लोगों की जिंदा चंबल के जल में जल समाधि बन गई। दो लोगों के शव घटना के कुछ घंटे बाद ही तलाश लिए गए थे। तीन लोगों के शव 19 मार्च को नदी में से रेस्क्यू के दौरान मिले, जबकि शेष बचे बृजमोहन व लव कुश का शव सोमवार को नदी ने उगल दिया। दोनों के शव 20 मार्च को पानी पर उतराते मिले।

20 मार्च को चिलावद के श्मशान पर हर आंख नम थी, क्योंकि वहां बने चबूतरे पर तीन चिताएं पहले ही जलाई जा चुकी थीं, परंतु यह तीनों चिताएं ठंडी भी नहीं हो पाईं उससे पहले रश्मि व रूकमणि की अर्थी भी श्मशान पहुंच गईं। ऐसे में इन दोनों चिताओं को जलाने के लिए श्मशान में चबूतरे कम पड़ गए। ऐसे में इन दोनों शवों का जमीन पर रख कर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं देर रात बृजमोहन व लव कुश के शव का अंतिम संस्कार भी रात में ही जमीन किया गया। बुजुर्गों का कहना अब से पहले ऐसा दृश्य कभी भी नहीं देखा एक साथ इतनी चिताएं जली हों ।
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