टाइगर की तैयारी: 6 छह फिक्स्ड स्टेशन, बाड़े में ICU तैनात रहेगा डॉक्टर, 11 माउंटेड वाहनों के साथ 90 वायरलेस सेट- Shivpuri News

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शिवपुरी। 
10 मार्च को तीन बाघों को बाड़े में छोड़ने के बाद 10 से 15 दिन बाद ही खुले में छोड़ दिया जाएगा। इसके बाद का चरण पार्क प्रबंधन के लिए सबसे महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण रहेगा क्योंकि बाघ अपने बाड़े से निकलकर पार्क के वातावरण में खुद को ढालने का प्रयास करेगा। यह वह समय होगा जब बाघ अपनी टेरिटरी की तलाश भी करेगा। जब तक टाइगर अपनी टेरिटरी नहीं बना लेते हैं उनकी गहन निगरानी करनी होगी।

इसके लिए पार्क में अपना वायरलेस नेटवर्क स्थापित किया है। इसमें छह फिक्स्ड स्टेशन बनाए गए हैं। 11 माउंटेड वाहनों के साथ 90 वायरलेस सेट मंगाए गए हैं। इनके जरिए टाइगर के हर मूवमेंट का कम्युनिकेशन किया जाएगा और वायरलेस पर टाइगर की लोकेशन के संबंध में संदेश गूंजते सुनाई देंगे। 18 स्टाफ को खास ट्रेनिंग दी गई है।

इसके अलावा एक रेस्क्यू वाहन, एक डाग स्क्वायड और उदनदस्ता सुरक्षा के लिए रहेगा। उल्लेखनीय है कि 10 मार्च को माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघ छोड़ने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आ रहे हैं।

मानीटरिंग एवं ट्रैकिंग टीम गठित

मानीटरिंग के लिए एक वनरक्षक, एक वाहन चालक और एक श्रमिक की टभ्म गठित की गई है। जो वाहन में उपलब्ध रहकर 24 घंटे ट्रैकिंग का काम करेंगे। इस तरह की कुल छह टीमें बनाई गई हैं। टाइगर को बाड़े में 15 दिन रखा जाना प्रस्तावित है और इसकी मानीटरिंग व ट्रैकिंग के लिए प्रोटोकाल बनाकर फील्ड स्टाफ को अभ्यस्त किया जा चुका है। वन परिक्षेत्र अधिकारी, सहायक संचालक और मुख्य वन संरक्षक एवं संचालक इस पूरी कार्यप्रणाली पर नियंत्रण एवं मानीटरिंग रखेंगे।

बाड़े में आइसीयू व तैनात रहेगा डाक्टर

बाड़े में आगे की ओर 20 बाय 20 मीटर का बाक्स बनाया गया है जिसमें स्लाइडिंग गेट रखे गए हैं जिन्हें बाड़े के बाहर से संचालित किया जा सकेगा। इस बाक्स का आकार छोटा होने से एक तरह से यह टाइगर की एक्टिविटी, फीडिंग, ट्रीटमेंट आदि में बारीकी से अध्ययन करने के लिए आइसीयू का काम करेगा। तीनों बाड़ों को आपस में जोड़ने के लिए 12 बाय 12 फीट के दो बड़े गेट का निर्माण किया गया है। टाइगर की चिकित्सा सुविधा के लिए कए प्रशिक्षित सहायसक शल्यज्ञ चिकित्सक की तैनाती रहेगी। उन्हें ट्रेंकुलाइजिंग ड्रग और गन उपलब्ध कराई गई है ।

बनेगा हेलीपैड

बलारपुर बीट में ही मुख्यमंत्री व अन्य वीआईपी के लिए हेलीपैड का निर्माण भी किया जा रहा है। अभी तक की व्यवस्था के अनुसार मुख्यमंत्री अपने विशेष हेलीकॉप्टर से सीधे पार्क के अंदर ही लैंड करेंगे। इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से ही शिवपुरी हवाईपट्टी पहुंचेंगे। इसके बाद सड़क मार्ग से दो बत्ती होते हुए सभा स्थल पोलोग्राउंड पहुंचेंगे। पार्क के अंदर बनने वाले हेलीपैड के लिए जगह चिह्नित कर काम शुरू कर दिया गया है।

यह व्यवस्थाएं भी बनाईं

नाइट विजन मानोक्यूलर, वायनाकूलर्स, गो प्रो कैमरा, फोटोग्राफिक कैमरा आदि उपकरण स्टाफ को उपलब्ध कराए गए हैं।
खिन्नी नाक कैंपस में एक कंट्रोल रूम स्थापित कर यहां स्टाफ तैनात किया गया है।
विशेष रूप से तीन वाहनों और 18 स्टाफ को टाइगर ट्रेनिंग एवं मानीटरिंग के लिए प्रशिक्षण दिया है।
रेस्क्यू के लिए रोप, जाल, रोप लेडर, फायर ब्लोअर सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
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