Shivpuri News- टूटा आर्मी का सपना, युवक आंखो में सैनिक बनने का सपना लेकर फांसी के फंदे पर लटक गया

NEWS ROOM
शिवपुरी।
खबर शिवपुरी शहर के फिजिकल थाना क्षेत्र में आने वाली करौंदी कालोनी में रहने वाले एक युवक का शव घर से कुछ दूरी पर पेड़ से लटका मिला है। युवक आर्मी की भर्ती की तैयारी कर रह था। लेकिन ओवर एज होने के कारण उसका सपना पूरा नही हो सका,डिप्रेशन में आकर आज सुबह युवक फांसी के फंदे पर लटक गया।

करौंदी में रहने वाले 21 साल के केदार पाल पिता खुमान पाल दिन-रात आर्मी में भर्ती होने के सपने देखता था। रोज की तरह आज सुबह भी केदार रनिंग के सुबह 4:30 बजे घर से निकला था। इसके बाद घर से लगभग 200 मीटर दूर उसका शव पेड़ से लटका मिला। फिजिकल थाना पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

पढ़िए केदार ने सुसाइड से पहले नोट में क्या लिखा...

मेरे सभी आर्मी वाले भाइयों को जय हिंद भाइयों। पिछले कई दिनों से मैं अपने आपको संभाल नहीं पा रहा हूं। मुझे दिन रात एक ही बात खा रही है। ONLY ARMY और इस बार भी मैं आर्मी में फॉर्म नहीं भर पाया। मैं पिछले कई सालों से आर्मी की तैयारी कर रहा था, लेकिन कोई फायदा नहीं निकला। मैं अपने आपको संभाल नहीं पा रहा हूं। LOVE YOU ARMY, मां मुझे माफ करना, love you maa..जय हिंद भाइयों।

सुसाइड से पहले पोस्ट किए कई स्टेटस

केदार ने सुसाइड करने से पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कई स्टेटस पोस्ट किए। एक स्टेटस में भगवान भोले से रहम करने की गुहार लगाई थी। केदार के दो भाई और दो बहने हैं। पिता खेती करते हैं।केदार के दोस्तों ने बताया कि वह आर्मी की तैयारी में हम सब से आगे था। उसकी दौड़ देख सभी दंग रह जाते थे। कुछ समय पहले अग्निवीर की भर्ती में भी उसने वह गया, लेकिन एज लिमिट के कारण उसे बाहर कर दिया गया था। तब वह बहुत रोया था। हाल ही में उसने एसएसडी-जीडी की परीक्षा दी थी। उसका परिणाम अब तक नहीं आया है।

टूटा आर्मी में भर्ती होने का सपना, छोड़ी दुनिया

पहले होने वाली आर्मी में भर्ती की नीति के अनुसार अधिकतम उम्र 23 वर्ष रखी गई थी। जिसे बदलकर अग्निवीर की भर्ती शुरू की गई है। जिसमें 17 वर्ष से लेकर अधिकतम उम्र 21 वर्ष रखी गई है। यही वजह रही कि केदार अपनी उम्र को लेकर डिप्रेशन में आ गया था। उसकी जन्म तिथि 30 जून 2002 थी। जुलाई में अग्निवीर की भर्ती निकली थी। इसके लिए 1 अक्टूबर 2002 से 1 अप्रैल 2004 तक की जन्मतिथि वाले युवा भर्ती में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकते थे। चार माह के अंतर से केदार भर्ती के फॉर्म नहीं भर सका था।

कोरोना काल में सभी को मिली राहत, हमें नहीं

केदार के साथ आर्मी की तैयारी कर रहे सोनू गुर्जर ने बताया कि दो साल कोरोना के चलते किसी भी प्रकार की भर्ती नहीं निकाली गई थी। इन दो वर्षों में केदार जैसे कई युवा ओवरएज होने के चलते भर्ती में शामिल नहीं हो सके हैं। जबकि सरकार ने सभी वर्गों को राहत दी। आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को भी राहत दी जानी चाहिए थी।
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