राज्य मंत्री के क्षेत्र में स्कूलों की हालत खस्ता, खुले में पढ़ रहे है बच्चे- मामला अहीर मारोरा मिडिल स्कूल- Shivpuri News

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शिवपुरी।
पोहरी विधानसभा क्षेत्र राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा के क्षेत्र में ही स्कूल की दयनीय हालत बनी हुई है यहां बताना होगा कि उनके निज ग्राम से मात्र चार किमी दूर स्थित पोहरी रोड पर ग्राम मारौरा अहीर में मिडिल स्कूल की हालत बहुत ही दयनीय बनी हुई है इसके लिए प्रभारी प्राचार्य महेंद्र चतुर्वेदी द्वारा कई बार जिलाधीश से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी तक को पत्रों के माध्यम से अवगत कराया गया।

पत्रों में उल्लेख किया गया है कि बच्चों के साथ.साथ शिक्षकों को बैठने के लिए ऑफिस भी नहीं है। शिक्षकों को भय लगा रहता हैं कि छत कब और कहां कि गिर जाए और कोई हादसा घटित न हो जाए इसके कारण बच्चों को खुले में बिठाकर कक्षाएं लगाई जा रही है इतना ही नहीं ऑफिस में शिक्षक तक नहीं बैठते हैं कई कमरों में तो ताले डालकर रखे हुए हैं।

मारौरा अहीर मिडिल स्कूल में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए शिक्षकों द्वारा बच्चों को खुले में स्कूल शाला लगाकर अध्ययन कराया जा रहा है क्योंकि पिछले कई महीनों से स्कूल की छत पूरी तरह ध्वस्त हो गई है चाहे जब स्कूल की छत भरभरा कर गिर रही है जिसकी मरम्मत के लिए कई बार प्राचार्य द्वारा शिकायती आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक की गई है। इसके बाद भी आज तक ठीक नहीं कराई गई है।

इसके परिणाम स्वरूप आज भी कक्षा 1 से लेकर 8 तक की कक्षाओं में मात्र तीन कमरों में लगाई जा रही हैं। जबकि इसी विद्यालय वर्ष 2005 में बनाए गए पुराने भवन तो ठीक बना हुआ हैं लेकिन नए भवन की पूरी क्षतिग्रस्त हो गया इससे साफ जाहिर होता है पंचायत द्वारा कैसे कार्य कराए जा रहे हैं जिनकी विधिवत रूप से जांच कराकर दोषी लोगों पर कार्यवाही करना चाहिए।

225 छात्र एवं छात्राएं लेकिन खराब पड़े हैं शौचालय

अहीर मारौरा मीडिल स्कूल में 225 छात्र एवं छात्राएं होने के कारण विद्यालय भवन के साथ.साथ शौचालयों की स्थिति भी बहुत ही दयनीय बनी हुई है कई शौचालयों में तो गेट ही अज्ञात लोगों द्वारा तोड़ कर चुरा ले गए कई शौचालयों में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण छात्र एवं छात्राएं में नहीं जाते हैं।

कक्षा 1 से लेकर 8 की बालिकाओं को खुले में टॉयलेट जाने के लिए विवश होना पड़ रहा हैं। इतना ही नहीं विद्यालय भवन के चारों तरफ बाउंड्री बाल भी नहीं है कई बार प्राचार्य द्वारा मांग की गई लेकिन इस ओर भी ध्यान नहीं दिया गया जिससे शिक्षा व्यवस्था में ठीक शिक्षक नहीं करा पाते हैं क्योंकि विद्यालय चारों तरफ से गांव नागरिकों का आवागमन बना रहता है।

पीने के पानी की भी नहीं विद्यालय ठीक से व्यवस्था

प्रदेश शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन पोहरी अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले मारौरा अहीर मिडिल विद्यालय व्यवस्थाओं से जूझ रहा है, यहां छात्र छात्राओं के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं 225 छात्र एवं छात्राओं बाले विद्यालय में पीने के पानी की भी ठीक से व्यवस्था नहीं हैं।

यहां मात्र एक प्लास्टिक की कट्टी में पानी भरकर रख दिया जाता हैं जिससे शिक्षकों द्वारा बच्चों को पानी पिलाया जा रहा हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि विद्यालय किस अंदाज में चल रहा होगा। मध्यान्ह भोजन देने के लिए आने वाले समूह की संचालकों ने बताया कि हैंडपंप से कट्टी भरकर लाते हैं तब पानी पिलाया जाता हैं या फिर स्वयं बच्चे हैंडपंप तक जाकर पानी पी लेते हैं।
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