संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के कारण रूके 28 बच्चों के हार्ट सहित कान के ऑपरेशन- Shivpuri News

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शिवपुरी।
प्रदेश व्यापी आह्वान पर शिवपुरी जिले में सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल के कारण जिले में 12 बच्चों के हृदय रोग से संबंधित ऑपरेशन अटक गए हैं जबकि 16 बच्चों के कान के ऑपरेशन की प्रक्रिया भी रुक गई है।

नरवर सामुदायिक अस्पताल में शनिवार को नसबंदी शिविर नहीं लग सकाए 60 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन नहीं हो सके हैं। शिवपुरी जिले में काफी हद तक स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इसका सीधा असर आमजन पर पड़ रहा है।

प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी से नाराज होकर संविदा स्वास्थ्य 16 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। नरवर अस्पताल का नसबंदी शिविर फेल होने के अलावा जिले में अन्य जगह भी नसबंदी शिविर प्रभावित हो रहे हैं।

इस हड़ताल में आरबीएसके डॉक्टर, नेत्र सहायकए फार्मासिस्ट, फिजियोथैरेपिस्ट, आरबीएस के कोर्डनिेटर, बीपीएम, व्हीसीएम, एएनएम, सीएचओ से लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर भी हड़ताल पर हैं। 500 से अधिक संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल पर जाने से हालात यह बन गए हैं कि दफ्तरों में लेटर लिखने तक के लिए कोई ऑपरेटर नहीं बचा है। जब तक मांगे पूरी नहीं हो जातींए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल जारी रखने की बात कह रहे हैं। ऐसे में जिले में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमरा जाएंगी।

बच्चों का ऑपरेशन नहीं होने से परिजन हो रहे चिंतित

खनियाधाना के ढपोरा निवासी शिवनंदन लोधी की 7 साल 4 माह की बेटी श्वेता लोधी के दिल का ऑपरेशन होना है। शिवनंदन ने बताया कि 16 नवंबर को कैंप में चैकअप हुआ, 25 नवंबर को आने की बात कही। फिर 30 नवंबरए तीसरी बार 16 दिसंबर को आने की बात कही। अब कहने लगे कि हड़ताल चल रही है। बच्ची का ऑपरेशन कैसे होगा कुछ समझ नहीं आ रहा।

संजय कॉलोनी शिवपुरी निवासी दीपक परिहार की 3 साल की बेटी दिव्यांशी परिहार के हार्ट का ऑपरेशन होना है। हड़ताल की वजह से प्रक्रिया अटक गई है। दीपक का कहना है कि भोपाल के जिस अस्पताल में ऑपरेशन होना हैए वहां संपर्क किया तो कहा कि शिवपुरी ही भेजा जाएगा। यहां हड़ताल चल रही हैए बेटी का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा।

एक ही काम का अलग अलग वेतन दे रही सरकार

आंदोलन संचालन समिति के अखिलेश शर्मा का कहना है कि समान पद एक ही कार्य होते हुए भी वेतन अलग अलग दिया जा रहा है। ऐसे तमाम पदों के उदाहरण हैं। स्थाई कर्मी की तरह 90%वेतन देने की नीति 16 जून 2018 को जारी की थी, लेकिन सरकार ने अभी तक अमल नहीं किया।

आगे क्या राजनेताओं से संपर्क करेंगे, ताकि CM तक बात पहुंचे

आंदोलन की रणनीति के तहत सोमवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने अपने स्तर पर क्षेत्र के राजनेताओं से मिलेंगे। नेताओं के माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंच एंगे। इससे पहले संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सुबह बैठक रखेंगे, उसके बाद प्रक्रिया प्रारंभ करेंगे।
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