शिवपुरी। खबर शहर के गुरुद्वारा चौराहे से आ रही है। जहां बीते रोज 12 वर्ष का बालक अपने दो नाबालिग दोस्तों को स्कूटी पर बैठाकर फर्राटा भर रहा था। यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव की उन पर नजर पड़ी और उन्होंने स्कूटी को रूकवाकर उसका वीडियो बनवाना शुरू किया। इस पर घबराकर 12 वर्षीय स्कूटी चालक बोला अंकल वीडियो मत बनाओ, पापाजी पीटेंगे। उसने स्कूटी छोड़ने की मांग की।
लेकिन यातायात प्रभारी ने स्कूटी अपने कब्जे में ली और स्कूटी चालक को अपने साथ गाड़ी में बैठाकर उसके घर ले गए। जहां यातायात प्रभारी ने बच्चे की मां को समझाइश दी और मां ने आंखें तरेर कर कहा कि इसे बंद कर दो। मां ने बताया कि जब वह खाना बना रही थी, तो यह गाड़ी बिना पूछे ले गया। बताया जाता है कि उक्त बालक खेड़ापति कॉलोनी का रहने वाला है और उसका नाम हिमांशु है, जो अपने दो पड़ोसी दोस्तों को स्कूटी पर बैठालकर घूम रहा था।
हादसों का जिम्मेदार कौन ?
यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव का कहना था कि इस तरीके की अभिभावकों की लापरवाही कई बार भारी पड़ जाती है। ऐसे में हादसे भी घटित हो जाते हैं कई हाथ से ऐसे घटित हो चुके हैं। जिसमें नाबालिगों ने भी अपनी जान गंवाई है। अभिभावकों को वाहन चलाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।