शिवपुरी। केंद्रीय सहकारी बैंक शाखा को कंगाल करने वाले राकेश पाराशर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस मामले में 2 बार आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। इन तीनों आरोपियों को 17 जनवरी तक रिमांड पर लिया हैं,लेकिन पुलिस इस मामले में इन आरोपियों से कुछ भी नही उगलवा सकी हैं। जानकारी मिल रही हैं कि पुलिस को अभी तक फूटी कौड़ी का हिसाब भी नही निकलवा सकी हैं।
शिवपुरी केंद्रीय सहकारी बैंक शाखा कोलारस में सहकारिता विभाग भोपाल द्वारा कराई गई जांच में 80.52 करोड़ का गबन सामने आने के बाद कोलारस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मास्टर माइंड भृत्य राकेश पाराशर ने कैशियर की जिम्मेदारी मिलने के बाद अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े गबन कर केंद्रीय सहकारी बैंक को ही कंगाली की कगार पर पहुंचा दिया है।
हजारों किसानों की रकम बैंक में फंसी पड़ी है। ऐसे में कोलारस थाना पुलिस मामले को विवेचना में लेकर पहले से ही लेट लतीफी बरतती जा रही है। अब जब मास्टर माइंड भृत्य राकेश पाराशर और उसके द्वारा उपकृत की गई महिला पिंकी यादव व पिंक के भाई पवन यादव को गिरफ्तार कर 17 जनवरी तक रिमांड पर लिया है।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कॉन्फ्रेंस तक नहीं की, जबकि इससे पहले लूट की घटनाओं में प्रेस नोट जारी कर पीसी ली जाती रहीं हैं। कोलारस पुलिस की सुस्त कार्रवाई शिवराज सरकार की साख भी किसानों खराब करने का काम कर रही है। खाता धारक किसानों को उम्मीद है कि पुलिस न्याय करेगी और गबन की रकम की काफी हद तक पूर्ति कराएगी। लेकिन अभी तक फूटी कौड़ी पुलिस ने बरामद करके नहीं दी है। इस मामले में कोलारस टीआई आलोक सिंह भदौरिया से संपर्क किया तो उनका कॉल रिसीव नहीं हुआ।