शिवपुरी। अगर देश की सबसे बडी समस्या को खोजने का प्रयास करे तो उसका उदाहरण बीते रोज शिवपुरी में देखने को मिला न्यायालय में स्वीपर, ड्राइवर और प्यून के 20 पद के लिए 6 हजार से अधिक उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, 1 पद पर 300 से अधिक दावेदार। इन दावेदारो में पोस्ट ग्रेजुएट,ग्रेजुएट,MBA और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल किए हुए युवा भी शामिल थे।
कोर्ट परिसर में व्यवस्था रही चाक-चौंबद
दरअसल जिला न्यायालय परिसर में 20 पदों की भर्ती के लिए बेरोजगार आवेदकों की लंबी भीड़ उमड़ी। खास बात यह रही कि सारी व्यवस्थाओं पर पैनी नजर जिला एवं सत्र न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश की रही।इस वजह से व्यवस्थाएं सारी चाक-चौबंद थी। मेन गेट से इंटरव्यू के लिए आने वाले आवेदकों को ठंडी में जमीन पर बैठकर परेशान ना होना पड़े, इसलिए मैट बिछाई गई। एकदम भीड़ ना उमड़े इसलिए इन पर लाइनिंग कर संख्या अंकित की गई, ताकि अनावश्यक युवाओं की भीड़ एक साथ नाम बड़े।
इनमें से 8 कक्ष में चल रहे इंटरव्यू के दौरान अपने दस्तावेजों के साथ आवेदक पहुंच सके। खास बात यह भी रही कि न्यायालय परिसर के अंदर जहां साक्षात्कार चल रहे थे वहां भी सर्किल बनाकर रखे गए थे, ताकि दूरी हो और सर्किल में ही खड़े होकर युवाओं से साक्षात्कार लिए जा सके। कुल मिलाकर सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए आवेदकों ने साक्षात्कार दिया।
इन्होने ने भी युवाओ को लूटने कोई कसर नही छोड़ी
कोर्ट से बाहर फोटो कॉपी की दुकान चलाने वालों ने इस भर्ती को अवसर बना लिया। वह यहां भी बेरोजगार युवाओं से लूटने में कसर नहीं छोड़ा। उन्होंने 2 रुपए की फोटोकॉपी के 50 रुपए लिए, तो 5 रुपए के प्रिंटआउट के लिए 100 रुपए तक वसूले। हालांकि कुछ युवाओं ने इसकी शिकायत पुलिस से की, तो उनके पैसे पुलिस ने वापस करवा दिए।
गोद में बच्चा, दिमाग में नौकरी की चाह
इस भीड़ में कई महिलाएं ऐसी भी शामिल हुईं, जो गोद में बच्चा लेकर इंटरव्यू देने पहुंची थीं। ऐसी महिलाओं का कहना था कि वह भी नौकरी करके घर के आर्थिक संकट को दूर करना चाहती हैं।
भर्ती में पारदर्शिता अपनाई जा रही हैं
हम पूरी पारदर्शिता के साथ इस परीक्षा को आयोजित कर रहे हैं। ठंड से आवेदक परेशान ना हो इसलिए मैट बिछाकर उस पर नंबरिंग की है, ताकि आवेदक लाइन में ही अंदर पहुंचे और उन्हें परेशानी भी ना हो। पहले दिन 3004 और अगले दिन यानी रविवार को 3004 आवेदकों को मौका मिलेगा। जिस किसी ने भी आवेदन किया है। उसको मौका जरूर मिलेगा। -विनोद कुमार, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिवपुरी