6 डिग्री पर पहुंचा पारा, डॉ रीतेश यादव की अपील, हार्ट के मरीज रखें अपना ख्याल

Bhopal Samachar
शिवपुरी। आज सुबह नागरिक जब जागे तो हाड़ कंपाने वाली ठंड से उनका पाला पड़ा। तेज हवा चल रही थी, आसमान में बादल छाए हुए थे और ठंड के कारण कंपकंपी महसूस हो रही थी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले एक-दो दिन में ठंड का प्रकोप और बढ़ेगा। 25 दिसंबर तक मौसम को प्रभावित करने वाला कोई सिस्टम नहीं बनेगा। ऐेसे में एक हफ्ते तक कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। आज शिवपुरी शहर में पारा अचानक से गिरते हुए अपने न्यूनतम 6 डिग्री स्तर पर पहुंच गया है।

मौसम ने शुक्रवार सुबह अचानक करवट ली। आसमान में कोहरा भी छाया हुआ था। तेज ठंडी हवा चल रही थी। बादलों की बजह से धूप कम निकली हुई थी। ठंड का जो अगला दौर आ रहा है, उसमें तेज शीत लहर का सामना करना पड़ सकता है। जम्मू-कश्मीर में विक्षोप सक्रिय है। इससे राजस्थान में चक्रवाती घेरा बन गया है। डॉक्टरों ने ठंड के प्रकोप में हार्ट के मरीज और बुर्जु्गों को सावधानी बरतने हुए मोर्निंग वॉक के लिए जल्दी नहीं उठने की अपील की है।

मेडीकल कॉलेज शिवपुरी में पदस्थ डॉ रीतेश यादव ने शहर के बुर्जुग मरीज जो हार्ट और बीपी की समस्या से ग्रसित है उनसे सर्दी से बचने की अपील की है। डॉ रीतेश यादव ने बताया है कि शहर में सर्दी का प्रकोप बढ रहा है। इस मौसम से सबसे ज्यादा परेशानी हार्ट और बीपी के मरीजो को आती है। ठंड के बढ जाने से ठंड में कई बार हमारे शरीर को आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा करने के हिसाब से हमारी बॉडी में पर्याप्त मात्रा में खून पंप नहीं हो पाता है।

जिस वजह से कई बार दिल कमजोर पड़ जाता है और साथ ही हृदय की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं. ठंड के मौसम में तापमान कम हो जाता है, जिससे ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं, जिससे शरीर में खून का संचार अवरोधित होता है। इससे हृदय तक ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है, जिसका अर्थ है कि हृदय को शरीर में खून और ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए अतिरिक्त श्रम करना पड़ता है, जिस वजह से मरीजों को दिक्कतो का सामना करना पड़ता है।

जिसके चलते डॉ रीतेश यादव ने शहर के लोगों से अपील की है कि वह सर्दी में अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें। जिन्हें बीपी की समस्या है वह समय समय पर अपना बीपी चैक कराते रहे। इसके साथ ही जिन्हें हार्ट की परेशानी है वह सुबह जल्दी मॉर्निग वॉक पर न जाए। धूप निकलने के बाद वॉक करे। साथ ही दिक्कत होने पर तत्काल अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाए।