जमीन कारोबारियों में मारपीट: नही रंगा गया सरकारी रजिष्टर,सलाखो के पीछे जाने से डरे दोनो व्यापारी- Shivpuri news

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी में जमीन कारोबारियों के बीच विवाद निरंतर हिंसक होता जा रहा है। तीन दिन पहले हुए विवाद में मोनू भगवती एण्ड कम्पनी ने पवन जैन और भाजपा नेता ओमी जैन को पीटा था। वहीं कल रात ओमी जैन एण्ड कम्पनी ने मोनू भगवती को जमकर लातों और घूसों से पीटा तथा उसके कपड़े फाड़ दिए। यहीं नहीं पीटते हुए दर्जनों लोग मोनू भगवती को कोतवाली तक लेकर आए।

देखते ही देखते कोतवाली पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एक-दूसरे के समर्थन में जुट गई और वहां पर भी माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। इसके बाद थाने पर पहुंचे टीआई बादाम सिंह यादव ने इस पर नाराजी व्यक्त करते हुए वहां मौजूद लोगों को पुलिस बल की सहायता से खदेड़ दिया और विवाद के केन्द्र बिंदू बने दोनों पक्षों के ओमी जैन, मोनू भवगती, पप्पी जैन, अक्षत जैन आदि को लॉकअप में बंद कर दिया।

पुलिस अधिकारियों ने साफ-साफ कहा कि यदि रिहाई चाहते हो तो एक ही शर्त ही कि दोनों पक्ष राजीनामा करें अन्यथा दोनों के खिलाफ क्रॉस मामला कायम किया जाएगा। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से पुलिस पर दबाव डाला गया। लेकिन पुलिस अधिकारी टस से मस नहीं हुए और देर रात 12 बजे आखिरकार दोनों पक्षों ने मध्यस्थतों की सहायता से थाने में राजीनामा किया।

इसके बाद बिना केस बनाए दोनों पक्षों को रिहा कर दिया गया। लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और कभी भी हिंसक संघर्ष गंभीर रूप धारण कर सकता है।

यह सारा विवाद वायपास रोड़ स्थित एक जमीन से जुडा हुआ है। बताया जाता है कि ओमी जैन पक्ष के पवन जैन ने मोनू भगवती को एक जमीन का सौदा किया था। इस जमीन की रजिस्ट्री 4-6 माह पहले हो चुकी थी। लेकिन 15 लाख रूपए पवन जैन को मोनू भगवती से लेना था। जिसकी लिखा पढ़ी भी हो चुकी थी तथा मोनू भवगती ने चैक आदि भी पवन जैन को दे दिए थे।

भाजपा नेता ओमी जैन बताते हंै कि जब मोनू भगवती अपने वायदे पर खरा नहीं उतरा तो उन्होंने मध्यस्थ बनकर दोनों पक्षों के बीच राजीनामा कराया। जिसमें तय हुआ कि तीन माह के भीतर मोनू भगवती बकाया रकम का भुगतान कर देगा। लेकिन ओमी जैन के अनुसार इसके बाद भी मोनू भगवती ने रकम नहीं दी और वह लगातार मामले को टालता रहा। जबकि उसने उक्त जमीन 7 लाख रूपए मुनाफे में बेच दी थी।

इसके बाद ओमी जैन और पवन जैन दूसरे पक्ष के मोनू भगवती के नाई गली स्थित कार्यालय पहुंचे और उन्होंने रकम की मांग की। यहां दोनों पक्षों के बीच गर्मागरमी हुई और मोनू भगवती के पिता भगवती अग्रवाल ने कहा कि एक माह के अंदर वह रकम चुका देंगे। लेकिन इसी बीच मोनू भगवती ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि एक माह में भी हम आधी पौनी रकम ही दे पाएंगे। इस बात पर ओमी जैन आदि उग्र हो गए और विवाद इतना तीव्र हुआ कि मोनू भगवती आदि ने पवन जैन और ओमी जैन को पीट दिया। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच कोतवाली में क्रॉस मामला कायम किया गया था।

कल के विवाद में मयंक मिर्ची आया था मोनू भगवती के पक्ष में

कल शाम मोनू भगवती और मयंक मिर्ची अचानक अपने साथियों सहित ओमी जैन के जैन मंदिर के पास स्थित निवास स्थान पर पहुंचे। जहां दोनों पक्षों के बीच फिर जबरदस्त गाली गलौच हुई। भाजपा नेता ओमी जैन का कहना है कि दूसरे पक्ष के लोग नशे में धुत्त थे और उन्होंने उनकी दुकान के बाहर खड़े होकर गालियां देना शुरू कर दी।

इसके बाद ओमी जैन के पक्ष के आधा सैकड़ा लोग उग्र हो गए और बताया जाता है कि पहले उन्होंने मयंक मिर्ची को चांटा मारा और वह वहां से भाग निकला। मोनू भगवती के साथ आए अन्य लोग भी दूसरे पक्ष के उग्र और आक्रामक तेवर देखकर भाग निकले। लेकिन मोनू भगवती वहीं खड़ा रहा। इस पर ओमी जैन, पवन जैन आदि ने उसे दबोच लिया और फिर देखते ही देखते पीटना शुरू कर दिया। पीट-पीटकर उसके कपड़े फाड़ दिए और जुलूस की शक्ल में कोतवाली तक ले आए। हालांकि ओमी जैन का कहना है कि मैंने बीचबचाव किया अन्यथा लोग तो उसे पीट-पीटकर मार डालते।

राजीनामा सिर्फ कल के विवाद का

कोतवाली में कल देर रात जमीन कारोबारियों के बीच जो राजीनामा हुआ है वह बताया जाता है कि सिर्फ कल के विवाद का है। ताकि केस न बने और किसी को हवालात की हवा न खानी पड़े। लेकिन अभी भी दोनों पक्षों के बीच तनातनी बनी हुई है।
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