सतेन्द्र उपाध्याय@शिवपुरी। शिवपुरी शहर के छत्री रोड पर स्थित श्री सिद्धेश्वर मंदिर शहर का प्राचीन शिव मंदिर है। सिद्धेश्वर मंदिर के पीछे गुरू गोरखनाथ का मंदिर है, जिसमें 12वीं शताब्दी की गोरखनाथ की मूर्ति भी है। यहां पर नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक गोरखनाथ ने कुछ समय तक तपस्या भी की है। दौलतराव सिंधिया की रानी बैजाबाई सिंधिया के द्वारा शिवपुरी में शिवमंदिरों का निर्माण कर जीर्णोद्धार कराया गया। इसी क्रम में सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया।
श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण राजा नल ने करवाया था
मंदिर के महत गोपाल भट्ट ने बताया है कि मंदिर में स्थिापित शिवलिंग को ओमकारेश्वर मंदिर से शिवपुरी लाया गया था। इस शिवलिंग के चारों और 12 ज्योर्तिलिंग भी है। यह भी ओमकारेश्वर से लाए गए है। इस मंदिर के इतिहास की बात करें तो इस मंदिर का निर्माण राजा नल के समय में किया गया था। जिसके चलते राजा नल की छत्रियां भी इस मंदिर परिसर में बनी हुई है।
श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में कितने दर्शन
इस मंदिर में भगवान गणेश, कार्तिकजी, राम-जानकी, राधा-कृष्ण, विष्णु भगवान, की प्राचीन मूर्तियां भी मौजूद हैं। इस मंदिर में भगवान शिवलिंग व मूर्तिरूप में विराजे हैं। चार वर्ष पूर्व शिवपुरी में कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने शिवपुरी की कमान संभाली थी। उस समय एसडीएम रूपेश उपाध्याय और कलेक्टर के सहयोग से इस मंदिर का पुन: जीर्णोद्धार किया गया। यहां वर्षो से महाशिवरात्रि के बाद सिद्धेश्वर का मेला लगता है।