पनरियानाथ:100 फिट की ऊंचाई से गिरता झरना करता है महादेव का अभिषेक

Bhopal Samachar
शिवम पाण्डेय@ खनियांधाना।
जिले के खनियाधाना से 20 किलोमीटर दूर पनरियानाथ उद्गम स्थान है। यह दृश्य का पवित्र स्थल है यहां का सौंदर्य शहरी सैलानियों को रोमांच और कौतूहल से भर देता है। गुफा के भीतर जलप्रपात ओर झरना तथा जलप्रवाह की संरचनाएं किसी भी सैलानी को ठिठक कर निहारते रहने के लिए बाध्य कर देती है।

खनियाधाना धर्मपुरा के घने वनों के बीच बदली ग्राम बादली कस समीप में एक पहाड़ी लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरकर एक खूबसूरत जलप्रपात बनाती है। इसे पनरियानाथ जलप्रपात के नाम से जाना जाता है। यहां यह जलप्रपात भगवान महादेव का प्राकृतिक अभिषेक करता है।


यहां बरसात के दिनों में यह झरना लगभग 100 फिट की उचांई से गिरता है। यहां बरसात के बाद भी हमेशा पानी रहता है। जिसके चलते यहां का मनोरम नजारा सैलानियों को यहां खींचकर ले जाता है। यहां के झरने और पर्यटक स्थल मिलकर पिछोर क्षेत्र को पर्यटन का स्वर्ग बनाते हैं और पर्यटक शानदार छुट्टियां बिताने के लिए हर वर्ष यहां आते हैं।

यहां बड़ी बड़ी गुफा के बड़े अरण्यक झरना का जलप्रापत और चारों तरफ  हरीतिमा के साथ फैली घाटियां प्रकृति प्रेमियों का मन मोह लेती हैं। यहाँ से गुजरते हुए प्राकृतिक सौंदर्य तथा इसके रोमांच को महसूस किया जा सकता है। हांलाकि यहां प्रशासन की अनदेखी के चलते इस झरने तक पहुंचने के लिए महज कच्चा रास्ता है। जिसके चलते लोग यहां जाने से पहले संकोच करते है। 


 सावन माह के दौरान भगवान शिव की विशेष अनुकंपा प्राप्त करने के लिए भक्त पूरी श्रद्धा से पूजा करते हैं। कहते हैं इस माह में शिव का रुद्राभिषेक करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। इसलिए इस महीने शिव भक्त बड़ी संख्या में रुद्राभिषेक करते हैं। कुछ श्रद्धालु पूरे सावन हर दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं।
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