करैरा। करैरा ब्लॉक के कलौथरा गांव में सरकारी स्कूल की छत 500 लीटर वजन की टंकी के दबाव में गिर गई। छत गिरने से 1 घंटे पहले ही स्कूल का स्टाफ निकला था। जिससे जन हानि होने से बच गई है। छत गिरने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक ग्राम कलोथरा में मिडिल और प्राइमरी स्कूल की एकीकृत शाला है। पीएचई स्कूल में पीने के पानी के लिए टंकी व पाइप के साथ नल लगाए जा रहे हैं। ठेकेदार ने जल्दबाजी में प्राइमरी स्कूल वाले पुराने कक्ष के ऊपर 500 लीटर की टंकी रख दी और उसके चारों तरफ 1 हजार ईंटें को सीसी के साथ लगा दिया।
स्कूल में पदस्थ 5 से 6 शिक्षक व शिक्षिकाएं शाम 4 बजे उठकर निकले थे और शाम 5 बजे भर भराकर छत गिर गई। इस कारण जनहानि होने से बच गई। स्कूल बिल्डिंग की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि स्कूल का यह कक्ष 20 से 25 साल पुराना बतााय जा रहा है। छत फर्शी पत्थर की बनी थी, जो ज्यादा दबाव नही सह पाई और भर भराकर गिर गई।
करैरा बीआरसी आफक खान का कहना है कि घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया है। पीएचई के एसडीओ को भी सूचना दी है। इस घटना से सबक मिला है, अब दूसरे स्कूलों की पुरानी बिल्डिंगों की छत पर टंकियां नहीं रखने देंगे। अच्छी बात यह रही कि घटना के वक्त स्टाफ मौजूद नहीं था और बच्चे भी स्कूल नहीं आ रहे।