शिवपुरी में नहीं दिखा IMA की हड़ताल का असर, अस्पताल में रही OPD चालू, निजी क्लीनिकों पर भी देखे मरीज- Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। आज आईएमए के आव्हान पर डॉक्टरों की हड़ताल का शिवपुरी में कोई असर नहीं हुआ। गिने चुने डॉक्टर ही हड़ताल का समर्थन करते देखे गए। जबकि अधिकांश डॉक्टर मरीजों के इलाज मेें लगे रहे। जिला अस्पताल की ओपीडी भी प्रतिदिन की तरह खुली रही। जहां मरीजों का इलाज किया गया।

वहीं निजी क्लीनिकों पर भी डॉक्टर मरीजों को परामर्श देते देखे गए। आईएमए के अध्यक्ष डॉ. निसार अहमद ने इस पर चिंता जाहिर की। उनका कहना था कि हड़ताल के पीछे उनकी संस्था का उद्देश्य था कि डॉक्टरों के साथ हो रही मारपीट व अभद्र व्यवहार पर लगाम लगाई जाए। लेकिन कई डॉक्टर ऐसे हैं। जिन्होंने हड़ताल को समर्थन नहीं दिया और आव्हान के बावजूद भी मरीजों को देखते रहे।

आज सुबह जिला अस्पताल में प्रतिदिन की तरह ओपीडी शुरू की गई। जिसमें डॉक्टर मरीजों को तय समय पर उपचार के लिए बैठे। जब यह जानकारी आईएमए के अध्यक्ष डॉ. निसार अहमद और सचिव डॉ. राजेंद्र गुप्ता को लगी तो वह अपने अन्य साथी डॉक्टरों के साथ अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने डॉक्टरों को हड़ताल के बारे में बताया।

लेकिन उनकी बात को अनसुना कर ड्यूटी डॉक्टर अपने काम में लगे रहे। यही स्थिति शहर के निजी क्लीनिकों पर रही। जहां डॉक्टर अपनी क्लीनिकों पर मरीजों को परामर्श देते देखे गए। ईएनटी डॉ. डीके सिरोठिया, डॉ. चर्तुवेदी, डॉ. संदीप शर्मा सहित कई डॉक्टर अपनी क्लीनिक पर मौजूद थे और उनका स्टाफ प्रतिदिन की तरह मरीजों का पंजीयन करते देखे गए।

इनका कहना है-
डॉक्टरों के हित में ही आईएमए ने हड़ताल की है ताकि उनका सम्मान बना रहे। इस हड़ताल के माध्यम से हम समाज को संदेश देना चाहते हैं कि डॉक्टरों के साथ र्दुव्यहार न किया जाए। डॉक्टर जीवन बचाने वाले हैं और उन्हें भगवान का दर्जा दिया जाता है। वहीं देश के अनेक भागों में डॉक्टरों के साथ बहुत बुरा सलूक इन दिनों हो रहा है। यह हड़ताल सरकार के लिए भी संदेश है कि जो जीवन रक्षक है, उसकी रक्षा की जाए। जहां तक शिवपुरी में हड़ताल का सवाल है तो कम से कम 50 प्रतिशत हड़ताल तो सफल रही और फिर हड़ताल में इमरजेंसी तो जारी रहती ही है।
डॉ. निसार अहमद, अध्यक्ष आईएमए
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