2000 योग्य शिक्षकों के जीवन के साथ खिलवाड़, डबल डिग्री धारी किए जाए स्वीकार - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। अभी हाल ही में हो रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2018 में समान सत्र में रेगुलर बीएड और प्राइवेट/दूरस्थ स्नाकोत्तर बाले होल्ड और रिजेक्ट अभ्यार्थियों का निराकरण कर स्वीकार्य करने के संबंध में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश को सौंपा गया हैं।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया हैं कि उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2018 में प्रावधिक चयन और प्रतीक्षा सूची में शामिल अभ्यर्थियों के दस्ताबेजों का सत्यापन कार्य 1 जुलाई 2020 से प्रारंभ किया गया हैं, जिसमें समान सत्र में अर्जित उपाधि रेग्युलर बीएड + प्राईवेट स्नाकोत्तर बाले अभ्यर्थियों को अस्वीकार्य किया जा रहा हैं।

जबकि भर्ती के विज्ञापन से लेकर दस्तावेज सत्यापन के लिए जारी निर्देशिका में भी इस प्रकार का कोई उल्लेख नहीं था। जबकि शिक्षक भर्तियों 2005, 2008, 2011 में इस तरह की डिग्री धारी अभ्यर्थियों को पात्र माना था और उनको नियुक्तियां दी गई थी, यहीं नहीं 2018 में इन्हीं डिग्रियों के आधार पर उनका शिक्षा विभाग में संविलियन भी किया गया हैं जो कि न्याय संगत भी हैं।

इतना ही नहीं प्रक्रियाओं के आधार पर ही हम सबने रेंगुलर बीएड के साथ प्राइवेट से स्नाकोत्तर की उपाधि अर्जित कर ली हैं, अब सरकार इस शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हमें रिक्जेक्ट करके लगभग 2000 योग्य शिक्षकों के जीवन के साथ खिलबाड़ किया जा रहा हैं। जो कि न्याय के नैशार्गिक सिद्धान्त के खिलाफ हैं।

जबकि आठ अप्रैल 2021 को जो सत्यापन संबंधी स्पष्टीकरण आया था उसमें डबल डिग्री के संबंध में डीपीआई ने यूजीसी की 2016 में जारी सूचना का हबाला दिया था, तो इसमें अभ्यार्थियों का क्या दोष हैं। जिन्होंने 2016 से पहले अपाधि अर्जित की हैं।

प्रदेश सरकार से अभ्यर्थियों ने अनुरोध किया हैं कि जनता की रक्षा की है उसी प्रकार आप इस महामारी में 2000 परिवारों की रक्षा अवश्य करें और सभी स्वीकार्य करके नियुक्ति प्रदान की जाए।