शिवपुरी। कोरोना के चलते जहां बाजार पूरी तरह से लॉक हैं जिसके चलते दुकानों पर ताले लटके हैं ऐसे में लोगों को सामान तक नहीं मिल रहा है जिसके नतीजे में लोगों ने मकान का काम तक रूकबा दिया है जिससे इनमें मजदूरी करने वाले मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है जिससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट खडा हो गया है।
कारीगरी कर कमा रहा था 500 अब बेरोजगार
श्यामसिंह की कहानी भी कुछ ऐसी ही है वह कारीगरी का काम कर 500 रूपए रोज कमाता था लेकिन अब मकान का काम ही बंद करवा दिया गया है जिससे उसके सामने रोजगार का संकट खडा हो गया हे।
पंखी पहुंचा गांव
हरियाखेडी का पंखी बेलदारी का काम कर 300 रूपए रोज कमाता था लेकिन लॉकडाउन ने उसके रोजगार पर ही विराम लगा दिया है। पंखी अब अपने गांव पहुंच गया है और वह वहां अपनी 2 बीघा जमीन पर ही जुताई काम कर रहा है जिससे वह खेती कर सके।
तेल मिल बंद, रोजगार की आस
बादाम सिंह महल कालोनी में मिल पर काम कर हर रोज 500 से 700 रूपए कमाता था लेकिन कोरोना के चलते मिल बंद है ऐसे में वह अब बेरोजगार घूम रहा है।
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