करैरा। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ईओडब्ल्यू ग्वालियर की टीम मंगलवार को करैरा के वार्ड नंबर 12 कालीमाता मंदिर के पास रहने वाले पूर्व मंडी सचिव वीरेन्द्र आर्य के घर पहुंची। यहां पर वीरेन्द्र व उनकी पत्नी अनीता आर्य की तलाश की गई,लेकिन वो नही मिले। जिसके चलते टीम ने उनके घर के बाहर बांछित आरोपी का पर्चा चिपका दिया ।
ईओडब्ल्यू ग्वालियर के टीआई एमएस मुमताज ने बताया कि वर्ष 2011 में जब वीरेंद्र कुमार आर्य खनियांधाना में मंडी सचिव थे, तब उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू में आय से अधिक संपत्ति होने का मामला दर्ज किया गया था। उस दौरान उनके घर पर छापामारी करके संपत्ति का ब्यौरा जब लिया गया, तो उसमें उनके पास बहुत अधिक संपत्ति पाई गई ।
जिसके चलते वीरेंद कुमार आर्य व उनकी पत्नी अनीता आर्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया । इस मामले में चालान पेश किया जाना है, जिसके लिए उक्त आर्य दंपत्ति की गिरफ्तारी की जानी है। मुमताज ने बताया कि वीरेंद कुमार आर्य वर्तमान में अंबाह मंडी में सहायक उपनिरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं । वे जब अंबाह में नहीं मिले तो उनकी गिरफ्तारी के लिए हम लोग अपनी टीम के साथ आज करैरा आए थे।
चुकि उसमें महिला भी आरोपी हैं,इसलिए महिला पुलिस को भी साथ लेकर आए।लेकिन यहां पर वे अपने घर में नही मिले तो हमें सूचना मिली कि उनका टीला रोड पर भी निर्माणधीन भवन हैं,लेकिन वह वहां पर भी मिले।इसलिए अब उनके घर के बहार वांछित आरोपी का नोटिस चस्पा कर दिया।
भाई से भी की बात , दी हाजिर होने की समझाइश
ईओडब्ल्यू टीआई ने बताया कि दंपत्ति के न मिलने पर वीरेंद के भाई सतीश आर्य ( व्यवसायी ) से संपक किया तो वे बोले कि हमारा अपने भाई व भाभी से कोई संबंध नहीं है । तो फिर उनके भाई को समझाया कि वो अपने भाई व भाभी से कहें कि हाजिर होकर न्यायालयीन प्रक्रिया में सहयोग करें ।
अन्यथा कुर्क हो जाएगी संपत्ति
टीआई मुमताज ने बताया कि यदि आरोपी दंपत्ति हाजिर नहीं हुए तो फिर उनके गिरफ्तारी वारंट जारी होने के साथ ही उनकी संपत्ति भी कुर्क की जा सकती है । यदि वे इसी तरह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार रहे तो आगे चलकर उनकी संपत्ति भी कुर्क की जाएगी ।