चोर टोल फ्री नंबरः इंश्योरेंस कंपनी के ऐजेंट जैन साहब के गटक लिए 1 लाख रूपएःपुलिस कर रही है जांच

Bhopal Samachar

शिवपुरी। आज के आधुनिक युग में टोल फ्री नंबर का महत्व बड गया हैं। किसी भी कंपनी के बारे में जानकारी शिकायत और निराकरण के लिए कंपनी यह नंबर अपने ग्राहको को उपलब्ध कराती हैं,लेकिन ऐसे की एक टाॅल फ्री नंबर के कारण एक न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी शाखा के एजेंट 1 लाख रूपए खाते से पार हो गए। मामला कोतवाली में दर्ज करा दिया गया हैं।

अब मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी हैं। यह जानकारी से भरी खबर हैं इसे आप सभी को पढना चाहिए और सभी लोगो से इस बात को शेयर करे की कैसे टाॅल फ्री नंबर के कारण पैसा गायब हो जाता हैं। जिससे सभी लोग इस घटना से रूबरू होते हुए सचेत हो।

न्यू इंडिया इंश्योरेंस शिवपुरी के एजेंट प्रदीप कुमार जैन ने सिटी कोतवाली पुलिस थाने में ऑनलाइन ठगी का केस दर्ज कराया है । प्रदीप जैन का कहना है कि 2 जनवरी को अपने बैंक खाते से कंपनी के न्यू इंडिया पोर्टल एप पर 40 हजार भेजे थे, लेकिन एप में यह रकम नहीं पहुंची ।

24 घंटे बाद एप में दर्ज टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया तो सामने वाले व्यक्ति ने नाम लिया और कहा कि आपका 40 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन फेल हो गया हैं। ठग ने मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से एनीडेस्क एप डाउन लोड करने की बात कही ।

जैसे ही एनीडेस्क एप डाउनलोड हुआ और पलक झपकते ही 1 लाख रुपए खाते से ट्रांसफर हो गए। रविवार को प्रदीप बाहर थे और सोमवार को शिवपुरी लौटकर कोतवाली में आवेदन दिया। साइबर सेल में भी शिकायत दर्ज कराई हैं।        


झारखंड के देवपुरा के खाते में पैसा ट्रांसफर हुआ ठगी के इस मामले के बाद साइबर पुलिस सक्रिय हो गई है। जिस बैंक खाते में एक लाख का ट्रांजेक्शन हुआ हैएवह झारखंड के देवपुरा का बताया जा रहा है। साइबर प्रभारी मनीष चैहान ने बताया कि बैंक को भी नोटिस दिया हैए सीडीआर भी निकलवा रहे हैं।

बडा सवाल
डाटा चोरी कैसे हो गया यह एक बडा सवाल बन रहा हैंएजैन साहब का पूरा डाटा ठग के पास पहुंच गया। कही ना कही इसमें कंपनी को आन लाईन सर्विस देने वाली कंपनी का इसमें हाथ हैं। अगर इस मामले की बारिकि से जांच करे तो अवश्य ही इंश्यारेंस कंपनी को आनलाईन सर्विस कंपनी के किसी कर्मचारी की मिली भगत इस घटना में अवश्य होगी।

पाठको से जरूरी निवेदनएशिवपुरी समाचार की जिम्मेदारी है यह  
अगर आपका पैसा ऐसे की किसी आन लाईन ट्रांसफर में अटक जाता हैं तो सबसे पहले आप एक लिखित शिकायत कंपनी या बैंक के अधिकारी को दे। सीधे सीधे आनलाईन किसी से बात ना करे और ना ही फोन पर बताए गए किसी भी ऐप को डाउनलोड करेएक्यो कि इससे पूर्व एसबीआई बैंक के टोल फ्री नंबर के कारण एक महिला का लाखो रूपए गायब हो गया थाएपाठको को जागरूक करना शिवपुरी समाचार की जिम्मेदारी हैं
    
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