घर से दोस्त के साथ गया था नीलेश, फिर लाश मिली, परिजन ने लगाया हत्या का आरोप - Pichhore News

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पिछोर।
खबर जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के ग्राम छिरवाहा से आ रही है। जहां बीते रोज कुए में मिली एक युवक की लाश का मामला अब तूल पकड रहा है। मृतक के परिजन इस मामले में उसके दोस्त पर ही हत्या का आरोप लगा रहे है। हांलाकि पुलिस इस मामले में छानवीन के बाद कार्यवाही की बात कह रही है। 

जानकारी के अनुसार ग्राम छिरवाया में रहने वाला नीलेश सेन (17) पुत्र करन सेन को दो दिन पहले उसका दोस्त सतेंद्र लोधी अपने साथ बुलाकर ले गया था। लेकिन नीलेश घर नहीं लौटा। मामले को लेकर परिजनों ने लापता हाेने की शिकायत थाने में दर्ज करवाई। वहीं शुक्रवार को नीलेश की लाश कुएं में उतराती हुई मिली। मामले की जानकारी जब परिजनों को लगी तो वह मौके पर पहुंचे। परिजनों ने नीलेश के दोस्त सतेंद्र पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। 

मृतक के परिजनों ने बताया कि उसके बेटे को सतेंद्र अपने साथ ले गया था और उसके बाद से वह घर नहीं लौटा। घटना के बाद से सतेंद्र परिवार सहित फरार हो गया। घर में केवल बूढ़ी दादी को छोड़कर चले गए। मामले को लेकर पिछोर थाना प्रभारी का कहना है हमने लाश को पीएम के लिए भिजवाया दिया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सतेंद्र की दादी ने बताया मेरे नाती ने कर दी है तुम्हारे बेटे की हत्या

सतेंद्र की दादी तिजियाबाई पत्नी देशराज ने मृतक नीलेश के परिजनों को बताया कि इस बात से मुझे बहुत दुख पहुंचा है, इसलिए बता रही हूं कि मेरे ही नाती ने तुम्हारे लड़के को मारा है। घटनास्थल पर मौजूद लोग एक लड़की का भी जिक्र कर रहे थे। पिछोर थाना टीआई अजय भार्गव का कहना है कि अभी हम मौके पर ही मौजूद हैं। पूछताछ चल रही है। इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे। खबर लिखे जाने तक पुलिस सत्येंद्र की तलाश में जुटी हुई थी।

पैसों को लेकर हो सकता है यह हत्याकाण्ड

ऐसा बताया जा रहा है कि नीलेश के पिता ने उसे 20 हजार रुपए बैंक में जमा करने के लिए दिए थे। हो सकता है कि रुपए के लालच में भी उसकी हत्या कर दी गई हो। परंतु पुलिस का कहना है कि जब लाश को कुएं से निकाला तो उसकी जेब से 6 हजार 32 रूपए निकले थे। तो यह हत्याकाण्ड पैसे को लेकर नहीं हो सकता। हांलाकि पुलिस हर एंगल से इस मामले की तहकीकात कर रही है।

इनका कहना है

हां यह बात सही है कि यह सतेन्द्र के साथ गया था। हम पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे है। इस मामले की हर पहलू से जांच कर रहे है। इस मामले में बैसे पैसे का मामला तो नहीं हो सकता क्योंकि जब लाश को कुएं से निकाला तो उसके पिता के सामने ही हमने लाश की तलाशी ली तो उसकी जेब से 6 हजार कुछ रूपए निकले थे। जिन्हें हमने मौके पर ही लिखापढी करने के बाद पिता को सुपुर्द कर दिए थे। तो पैैसे का तो मामला नहीं होगा। अगर पैसे को लेकर हत्या होती तो फिर वह इन रूपयों को क्यो छोडता। फिर भी हम पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रहे है।
अजय भार्गव,टीआई पिछोर
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