शिवपुरी। स्ट्रीट लाईट में बिजली के बिलों को कम करने हेतु एक नई पहल की गई है। जिसके तहत पुरानी स्ट्रीट लाईटों को हटाकर एलईडी लगाई जाएगी। जिससे पूरा शहर रात्रि में दूधिया रोशनी से जगमगाएगा और जिसका बिजली का बिल भी काफी कम आएगा।
अभी नगर पालिका को स्ट्रीट लाईट के बिजली बिल हेतु 15 लाख रूपए प्रतिमाह की राशि देनी होती है। इस योजना में शिवपुरी सहित श्योपुर, गुना और अशोकनगर को भी जोड़ा गया है और इस काम के टेंडर हो चुके हैं। चारों जिलों में स्ट्रीट लाईट बदलने के साथ-साथ ही एलईडी लगाने और मैंटेनेंस का काम भी कम्पनी करेगी।
नगर पालिका को स्ट्रीट लाईट के नाम पर 15 लाख रूपए की राशि हर माह बिजली बिल के रूप में अदा करनी होती है। इसके बावजूद शहर के कई इलाके अधेंर में डूबे रहते हैं। इसके हल हेतु स्ट्रीट लाईटों का काम अब शिवपुरी सहित चार जिलोंं की नगर पालिका ने कम्पनी को दिया है।
प्रभारी सीएमओ जीपी भार्गव का दावा है कि इस योजना से बिजली की खपत कम होगी। कम्पनी ने जो टेंडर लगाए हैं, उसमें कुल राशि 12.28 करोड़ रूपए फिलहाल कम्पनी लगाएगी तथा उक्त राशि नगर पालिका एकत्रित कर कम्पनी को देगी।
लेकिन उक्त राशि तभी दी जाएगी जब पूर्र्व में आने वाले बिजली के बिलों में कमी होगी। शिवपुरी नगर पालिका के अलावा जिले की 7 परिषदों और चार जिलों की नगर पालिका व नगर परिषद क्षेत्रों में यह कम्पनी काम करेगी।
स्ट्रीट लाईट का काम अब ठेके पर
स्पष्ट है कि अब नगर पालिका की स्ट्रीट लाईट का काम भी अब ठेके पर हेागा। इसमें नगर पालिका के कर्मचारी और संसाधनों का उपयोग नहीं होगा। यह कम्पनी स्ट्रीट लाईट से लेकर मैंटनेंस आदि का सभी काम अपने स्तर पर करेगी।
दावा किया जा रहा है कि किसी भी क्षेत्र में स्ट्रीट लाईट खराब होने की सूचना मिलने के तत्काल बाद कम्पनी के कर्मचारी उस क्षेत्र की स्ट्रीट लाईट को सुधारने के लिए तत्काल पहुंचेंगे। इनके काम में नगर पालिका और नगर परिषद का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।
इनका कहना है-
शिवपुरी, श्योपुर, गुना और अशोकनगर की कुल 11 नगर पालिका और नगर परिषद क्षेत्रों में कम्पनी कार्य करेगी। स्ट्रीट लाईट बदलने के अलावा यह कम्पनी मैंटनेंस का कार्य भी करेगी और इससे स्ट्रीट लाईट के बिलों में काफी कमी आएगी।
जीपी भार्गव,
प्रभारी सीएमओ शिवपुरी