आपातकाल में लोकतंत्र को छलनी किया था श्रीमती गाँधी ने: धैर्यवर्धन शर्मा / Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। हजारों लाखों लोगों के वलिदान से बमुश्किल् प्राप्त हुई स्वतन्त्रता से प्राप्त बेशक कीमती आंतरिक लोकतंत्र को आज से 45 साल पहले ग्रहण लगा था। श्रीमती इंदिरा गाँधी ने न केवल मीडिया की सेन्सरशिप लागू की बल्कि एक लाख से अधिक लोगों को जेल मे डाला।

भौंती मंडल के ग्राम मनपुरा मे भाजपा द्वारा आयोजित अपातकाल स्मृति दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए धैर्यवर्धन ने उपरोक्त बात कही। बैठक की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष बिहारी गुप्ता ने की। कार्यक्रम मे उपस्थित भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे।

जब इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गाँधी के चुनाव को अवैध घोषित किया तब तत्कालीन प्रधानमंत्री ने पच्चीस जून को अपने राजनैतिक प्रतिद्वन्दियो को निर्ममता से दमन किया । बैङ्ग्लोर में सरकारी काम से गए सांसद अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी को वही गिरफ्तार कर लिया । राजमाता विजयाराजे सिंधिया , जय प्रकाश नारायण, मधु लिमये , जय प्रकाश नारायण आदि को  गिरफ्तार करा दिया  गया था।

वरिष्ठ भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने कहा कि उन्नीस् महीने तक जेल मे बंद रहे लोग और उनके परिजन नहीं जानते थे कि वे कभी जेल से बाहर आ सकेङ्रे । जबरन नसबंदी करने के नाम पर देश मे भय व्याप्त हो गया था ।

गोष्ठी के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नद्धा जी को भी सभी कार्यकर्ताओं द्वारा तल्लीन् होकर सुना गया । मनपुरा मे आयोजित कार्यक्रम मे रमेश कुमार लोधी, पुष्पेंद्र परिहार,शिवम शर्मा, चन्द्रभान् सिंह लोधी, हनुमंत सिंह लोधी, दीपक कुमार गुप्ता, हैप्पी गुप्ता, संतोष कुमार मिश्रा, राम प्रकाश गुप्ता, रूप सिंह परिहार, कृष्णा लोधी, नाथूराम कुशवाह, हरी राम लोधी, धर्मेन्द्र लोधी आदि उपस्थित थे।
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