UP-MP सीमा सील: झांसी से कोरोना संक्रमित मिलने से बॉर्डर पर रोके गए 15 हजार मजदूर और 30 छात्रो की बसे

Bhopal Samachar
शिवुपरी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर प्रशासन ने यूपी-पीएम बॉर्डर सील कर दिया है। इससे फोरलेन हाइवे पर वाहनों की कतार लग गई। गुजरात और महाराष्ट्र से वापस उत्तर प्रदेश लौट रहे एक हजार से अधिक मजदूरों को भी यूपी पुलिस प्रवेश देने के लिए राजी नहीं हुई। बॉर्डर पर मजदूर करीब पंद्रह घंटे फंसे रहे।

गुजरात से छात्रों को लेकर लौट रहीं 30 बसों को भी करीब 6 घंटे तक बॉर्डर पर रोके रखा। जबकि पिछले महीने शिवपुरी जिले में कोरोना पॉजीटिव केस सामने आए थे, तब यूपी पुलिस बॉर्डर पर पूरी तरह मुस्तैद नहीं थी। जैसे ही झांसी में कोरोना संक्रमित मरीज मिला तो घबराहट में सीमा सील कर दी। इससे सबसे ज्यादा परेशानी उत्तरप्रदेश के लोगों को ही हुई, क्योंकि जाम में फंसे ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश लौट रहे थे।

दिनारा से आगे फोरलेन हाइवे पर उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश का बॉर्डर है। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीज सामने आते ही रविवार की रात में ही बॉर्डर सील कर दिया। गुजरात और महाराष्ट्र से लौट रहे मजदूरों को उत्तर प्रदेश सीमा में घुसने से रोक दिया। गुजरात से छात्रों को लेकर उत्तर प्रदेश लौट रहीं 30 बसों को भी पुलिस ने झांसी जिले की सीमा में प्रवेश नहीं दिया।

रात को जाम लगना शुरू हो गया और सोमवार की सुबह शिवपुरी जिले की सीमा में वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम के कारण राशन, फल आदि के वाहन भी फंसकर रहे गए। छात्रों की बसें और दूसरे जरूरी सामान ले जा रहे ट्रकों की आवाजाही शुरू करा दी।

लेकिन मजदूरों को फिर भी रोककर रखा गया। जिससे मजदूर काफी परेशान नजर आए। समस्या बढ़ती देख स्थानीय प्रशासन ने झांसी जिला कलेक्टर और एसपी से चर्चा की। कलेक्टर व एसपी बॉर्डर पर पहुंचे और यहां मजदूरों से बातचीत के बाद धीरे-धीरे प्रवेश दिया।

मजदूरों को छोड़ने से पहले नाम और गाड़ी नंबर संबंधित जिलों को भेजें
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रहने वाले मजदूरों को प्रवेश देने से पहले प्रशासन ने संबंधितों के नाम व पते पूछे। फिर गाड़ी नंबर सहित संबंधित जिलों को सूचित कर दिया। ताकि सभी की स्क्रीनिंग होने के बाद होम क्वारेंटाइन कराया जा सके। बाहर से लौट रहे मजदूरों से संक्रमण फैलने के डर से यह सतर्कता बरती जा रही है।
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