शिवपुरी। खबर जिले के थाना क्षेत्र पोहरी से आ रही है जहां फरियादी के फोन पर मैसेज आया कि उसका पेटीएम केवाईसी एक्सपायर होने वाला है। जिसपर फरियादी ने आए हुए मैसेज पर के नम्बर पर काल किया, जहां फरियादी से एक एप डाउनलोड करवाया और कुछ जरूरी सूचनाएं भरबाई जिसके चलते पेटीएम खाते से पैसे अज्ञात चोर के खाते में ट्रांसफर हो गए।
फरियादी नीरज पुत्र सुरेश चंद बैरागी उम्र 26 निवासी ग्राम भटनावर पोहरी ने शिवपुरी समाचार को जानकारी दी कि उनके फोन नम्बर 9993255710 हैं जिसपर दिनांक 29.02 दोपहर करीब 2:39 बजे अज्ञात नम्बर 8617565913 से एक मैसेज जिसमें लिखा था कि 'आपका पेटीएम केवाइसी का अकाउंट सस्पेंड हो चुका हैं, आप तत्काल पेटीएम आफिस में संपर्क करें नहीं आपका पेटीएम अकाउंट 24 घटे के अंदर बंद हो जाएगा।
नीरज ने आए हुए मैसेज नम्बर पर फोन किया जिसके बाद अज्ञात आरोपी का फोन व्यस्त आ रहा था, फरियादी ने कई बार आए नम्बर पर संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। फिर बीते दिनांक 03.03 के दिन अज्ञात आरोपी का फोन आया जहां उसकी फरियादी से बात कर कहां कि 'सर हम अदर्स कस्टमर से बात करने में व्यस्त थे, इसलिए आपसे संपर्क नहीं हो पाया'।
जिसके बाद अज्ञात आरोपी ने नीरज के फोन पर एक क्विक स्पोर्ट नाम ऐप डाउंनलोड करवाया, ऐप डाउंनलोड करने के बाद उनके पास एक आईडी आया और जब अज्ञात आरोपी ने नीरज से आईडी नम्बर बताने को कहां और उनके लिए जिसपर फरियादी ने आईडी नम्बर बताने से मना कर दिया, तो अज्ञात आरोपी ने कहा कि आप जब आईडी नम्बर बताएंगें तभी तो आपका पेटीएम केवाइसी हो पाएगा।
जिसपर फरियादी ने आपने फोन पर आए आईडी नम्बर को बता दिया। जहां पर अज्ञात आरोपी ने कहा की अब आप पेटीएम खोलने को कहा और बोला कि अब आप ट्रांसफर मनी पर जाए, जहां पर आरोपी ने फरियादी से उसका नम्बर डालने को कहा जिससे आरोपी ने नीरज से ऐडदा यूपीआई लगवा दिया, जिससे अज्ञात आरोपी ने नीरज के नाम से एक अलग आईडी बना ली।
जिसके बाद आरोपी ने नीरज से उनके पेटीएम की लिमिट पूछी और पहली बार में 35999 रूपय की राशि भरने को कहा जहां अरोपी ने पिन डालने बात की और कहा कि तभी आपकी केवाइसी होगी, फरियादी ने पिन नम्बर डाला तो उसके उसके खाते से 35000 रूपय ट्रांसफर हो गए। वहीं दूसरी बार में 9999 रूपय भरे और तीसरी बार में 9999 रूपय भरने को कहा जिसके चलते खाता धारक के खाते से कुल 55997 रूपये की राशि धोखाधडी के चलते ट्रांसफर हो गई।
जिसके बाद फरियादी नीरज ने उनके साथ हुई धोखाधडी की सुचना थाना पोहरी में दी जहां थाने में उनकी एफआईआर ना लिखकर सिर्फ आवेदन देने को कहा। लेकिन जब फरियादी ने पेटीएम पर मामले की शिकायत की तो पेटीएम कंपनी के कर्चचारियो ने कहा कि उन्हें एफआईआर चाहिए।
जिसके बाद फरियादी दिनांक 05.03 के पोहरी थानें में एफआईआर लिखवाने के लिए पहुंचे। तो पुलिस वालो ने एफआईआर लिख्ने से मना करने लगे और फरियादी को बताने लगे कि हम किस के नाम से एफआईआर कर दें क्योंकि आरोपी अज्ञात है, जब साईवर सैल वाले आरोपी का पता करंगें तभी वह मामले की एफआईआर करेंगे।
फरियादी पोहरी की थाना प्रभारी डीएसपी कृतिका नरवरिया को पूरे मामले की जानकारी दी,इसके बाद फरियादी की एएफआईआर दर्ज हुई।