बिना लीज की जमींन पर चल रहे है अवैध क्रेशर, SDM जुर्माना कर के भी नहीं बसूल पाए साढे छ: करोड

Bhopal Samachar

हार्दिक गुप्ता हैप्पी कोलारस। खबर जिले  के कोलारस क्षेत्र के ग्राम बामौर गांव से आ रही है। जहां इन दिनों खनन माफिया प्रशासन पर भारी पड रहे है। जिसके चलते हालात यह है कि उक्त क्रेशर संचालक सरेआम नियमों को ताक पर रखकर यहां से उत्खनन कर रहे है। ऐसा नहीं है कि इस मामले की सूचना प्रशासन को नहीं है। अपितु हालात यह है कि यहां एसडीएम ने एक कार्यवाही को अंजाम देकर उक्त क्रेशर संचालको पर लगभग साढे छ: करोड रूपए का जुर्माना  भी बोला था। परंतु बताया जा रहा है कि प्रशासन इस जुर्माने को बसूलने में फैल रहा।

जानकारी के अनुसार ग्राम बामौर में स्टोन क्रेशर लीज कराकर क्रेशर संचालक सरेआम राजस्व विभाग को चूना लगाने में जुटे हुए है। हालात यह है कि जमीनो की आढ़ मे सेंकडो बीघा बिना परमिशन की जमीनों पर भी खुलेआम पत्थर फोडा जा रहा है। जिससे राजस्व को करोड़ो रुपयो का चुना लग रहा है वहां के रहवासियों को क्रेशर के कारण काफी समस्यायों का सामना करना पड रहा है। कई बार ग्रामीणों द्वारा क्रेशर को अन्य जगह लगाए जाने के लिए ग्रामीण छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन प्रशासन कार्रवाई न करते हुए आंखे बंद किए हुए बैठा है।

बताया गया है कि बामौर क्रेशर पर नियमों को तांक पर रखकर स्टोन क्रेशर चलाई जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि स्टोन क्रेशर से उडऩे वाली धूल से ग्रामीण बीमार हो रहे हैं। इस धूल से ग्रामीणों के हाथ-पैर छिलने लगे हैं साथ ही सांस की बीमारी से परेशान हो रहे हैं। कई ग्रामीणों को टीवी जैसी बीमारी भी होने लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई तो पूरा गांव भयंकर बीमारी की ग्रस्त में  जाएगा।

यहां बता दे कि उक्त जमींन पर लीज के अलाबा खाली पडी जमींन पर भी उक्त माफियाओं ने कब्जा जमा रखा है। जिसके चलते लीज की जमींन के अलाबा खाली पडी जमींन पर भी अपना कब्जा जमा रखा है। जिसके चलते लीज की जमींन के साथ साथ उक्त खनन माफिया शासकीय जमींन को भी खोखली कर रहे है। बताया गया है कि अभी कुछ दिनों पहले इन माफियाओं पर सिकंजा कसने कोलारस एडीएम मौके पर पहुंचे थे। जिन्होने इन तीन क्रेशरों पर अवैध खुदाई का आरोप लगाते हुए लगभग साढे छ: करोड रूपए का जुर्माना ठौंका था।

परंतु दबंग और नेता नगरी मे अपनी पैट रखने बाले उक्त खनन माफियाओं ने प्रशासनिक स्तर पर दबाव बनाकर उक्त फाईल को कचरे के डिब्बे में डाल दिया। जिसके चलते प्रशासन सरेआम उत्खनन कर रहे उक्त आरोपीयों से अपना ही जुर्माना बसूल नहीं कर पाए। बताया जा रहा है कि उक्त मामले में खनन माफियाओं ने माईनिंग सहित राजस्व विभाग ने उक्त अधिकारीयों से सिस्टम बना लिया है। जिसके चलते प्रशासन इन माफियाओं पर कार्यवाही करने से पहले सोच करहा है।

बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर क्रेशर लगाया गया है वह नियम विरूद्ध है। जिसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार आवेदन क्रेशन स्टोर नहीं लगाने के लिए दिए लेकिन धनबल व नेतागिरी चलते परमीशन दे दी गई अब यहां दिन भर धूल उड़ती है जिससे रहवासियों को परेशनी हो रही है और वह बीमारियों का शिकार भी हो रहे हैं। नेताओं ने सरकार की दम पर कई गलत कामों को आगाज दिया। स्टोन माफिया ओवरलोड ट्रक ट्रांसपोर्ट करते है जिससे प्रधानमंत्री सडक योजना के अंतर्गत बनाई गई रोडो को मिट्टी में मिलाया जा रहा है।


कोलारस एसडीएम ने की थी जुर्माने की कार्यवाही
कुछ माह पूर्व ही कोलारस एसडीएम आशीष तिवारी ने स्टोन माफियाओ पर करोड़ो रुपये जुर्माने की कार्यवाही की एवं एलएंडटी सहित डम्पर जब्त किये थे वावजूद इसके स्टोन माफिया आज भी बिना लीज की जमीन से भी पत्थर निकाल रहे है। हां इतना जरूर है कि उक्त जमींन से अवैध उत्खनन करते समय एसडीएम ने डंपर और एलएनटी जप्त क रखी हुई है। परंतु उसके बाबजूद भी प्रशासन इन पर कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहा।